लखीमपुर। जिले में रविवार को हुए बवाल के बाद यूपी की सियासी गर्मी बढ़ गई है। इस हिंसा में अब तक कुल आठ लोगों की जान गई है, इनमें एक ड्राईवर, तीन बीजेपी कार्यकर्ता और चार किसान शामिल हैं। इसके बाद विपक्षी राजनेताओं को हिरासत में लिया जा रहा है। वहीं इस जमावड़े को देखाते हुए लखीमपुर खीरी में धारा 144 लागू कर दी गई है, इंटरनेट सेवाएं बंद की गयी हैं। इस मामले में केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो गया है।
रविवार को कई सरकारी योजनाओं के शिलान्यास के लिए केशव प्रसाद मौर्य का कार्यक्रम तय था। इसमें लखीमपुर खीरी के सांसद व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को भी शामिल होना था। इसके अलावा अजय मिश्र टेनी के पैतृक गांव बनवीरपुर में एक दंगल प्रतियोगिता और पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन में भी बतौर मुख्य अतिथि केशव प्रसाद मौर्य को पहुंचना था।
उप-मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की जानकारी मिलने के बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने पिछले दो-तीन दिनों से विरोध-प्रदर्शन और उन्हें काले झंडे दिखाने की तैयारी कर ली थी। रविवार सुबह से ही तिकुनियां के महाराजा अग्रसेन इंटर कालेज में बनाए गए हेलीपैड के आसपास किसान इकट्ठा होने शुरू हो गए थे। बताया जाता है कि इनमें इस इलाके सहित मझगईं, पलिया, संपूर्णानगर, खजुरिया, मैलानी, पूरनपुर और पीलीभीत आदि जगहों के किसान गाड़ियों से शामिल होने आए थे। नौ बजे तक वहां काले झंडे लिए हजारों की तादाद में किसान पहुंच गए थे और आसपास का पूरा इलाका घेर लिया था। प्रशासनिक अफसरों ने किसानों को समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन कोई भी हेलीपैड से नहीं हटा।
इस कारण केशव के कार्यक्रम में बदलाव किया गया और वह लखनऊ से सड़क मार्ग से लखीमपुर पहुंचे और करीब 12 बजे एक गेस्ट हाउस में कई सरकारी योजनाओं का शिलान्यास किया। इसके बाद वह सड़क मार्ग से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के साथ तिकुनिया के लिए निकले।
इसके बाद गुस्साए किसानों ने तिकुनिया में केशव के स्वागत में लगे होडिंर्ग्स उखाड़ दिए और पलिया, भीरा, बिजुआ, खजुरिया और संपूर्णानगर समेत आसपास के कई गांवों से किसान हाथों में काले झंडे लेकर पहुंच गए। किसान टेनी और केशव को काले झंडे दिखाने के लिए तिकुनिया-बनबीरपुर मोड़ पर खड़े थे।
इसी दौरान तेज रफ्तार एक कार ने कुछ किसानों को टक्कर मार दी जिसके बाद प्रदर्शनकारी भड़क उठे थे। गुस्साए किसानों ने तीन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और बाकी वाहनों को पलटा दिया। किसानों में शामिल लोगों ने कार सवारों को बुरी तरह पीटा। बवाल के दौरान दोनों ओर से फायरिंग करने के आरोप भी लग रहे हैं। जहाँ कार हादसे में घायल किसानों में से चार की मौत हो गई जबकि एक कार ड्राईवर समेत तीन भाजपा समर्थकों की पीट पीटकर हत्या कर दी गयी।
उधर केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्र और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अभी तिकुनिया के पास भी नहीं पहुंचे थे कि बवाल की सूचना आ गई। इसके बाद उप मुख्यमंत्री को वापस जाना पड़ा। उन्होंने कार्यक्रम रद्द कर दिया। डिप्टी सीएम के काफिले के साथ मौजूद भाजपा विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि हम लोग जैसे ही तिकुनिया क्षेत्र में पहुंचे कि हादसे की सूचना आ गई थी। इतनी गंभीर घटना की सूचना के बाद डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए और संवेदना जाते हुए लखनऊ वापस चले गए। उनको भारी सुरक्षा के साथ सड़क मार्ग से वापस लखनऊ रवाना किया गया।
किसानों आरोप है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे अशीष मिश्रा उर्फ मोनू और उसके समर्थकों ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गाड़ियां चढ़ा दीं। जिसमे किसानों की मौत हुई है। वहीं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र ने कहा है कि मैं कार्यक्रम के अंत तक सुबह नौ बजे से बनवारीपुर में था। मेरे खिलाफ आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और मैं इस मामले की न्यायिक जांच की मांग करता हूं। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। हमारे तीन वाहन एक कार्यक्रम के लिए उप मुख्यमंत्री की अगवानी करने गए थे। रास्ते में कुछ बदमाशों ने पथराव किया, कारों में आग लगा दी और हमारे चीन-चार कार्यकर्ताओं को लाठियों से पीटा।
अजय मिश्र ने कहा है जिस गाड़ी में मेरे बेटे का होना कहा जा रहा है, उस गाड़ी में वह मौजूद ही नहीं था। मेरे बेटे पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम की अगवानी को जा रहे गाड़ियों में सवार कार्यकर्ताओं पर अराजक तत्वों ने पथराव किया और लाठियां बरसाईं। गाड़ियां तोड़कर पलट दीं और उनमें आग लगा दी। मेरे ड्राइवर को पीटकर मार दिया। हमारे तीन कार्यकर्ता और ड्राइवर सहित इस घटना में चार लोग मारे गए हैं।
किसानों ने देशभर में प्रदर्शन का ऐलान
किसानों की मौत से गुस्साए संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को देशभर में प्रदर्शन का ऐलान किया है। मोर्चा के मुताबिक देशभर में जिलाधिकारियों और आयुक्तों के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। किसान नेता योगेंद्र यादव और दर्शन पाल सिंह ने घटना की जांच उत्तर प्रदेश प्रशासन की जगह सुप्रीम कोर्ट के पदस्थ न्यायाधीश से करवाने की मांग की है।
घटना के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि लखीमपुर से सैकड़ों किसान कार्यक्रम कर वापस लौट रहे थे, तभी उन पर गाड़ी चढ़ाकर हमला किया गया, इसके बाद फायरिंग की गई। वह भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी के साथ लखीमपुर के लिए रवाना हो गए। पीलीभीत में राकेश टिकैत को डीएम-एसपी ने लखीमपुर न जाने को लेकर रोक लिया, लेकिन टिकैत का लगभग 100 गाड़ियों का काफिला बैरियर तोड़कर खीरी की तरफ बढ़ गया। उन्होंने किसानों से कहा कि संयमित होकर विरोध-प्रदर्शन जारी रखें। सरकार किसानों को उकसाना चाहती है मगर, हमें उग्र नहीं होना है। टिकैत शाहजहांपुर के खुटार होते हुए लखीमपुर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
विपक्ष का लखीमपुर कूच
कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा को रविवार देर रात लखनऊ से लखीमपुर जाने से पुलिस की ओर से रोके जाने पर हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। पुलिस की घेराबंदी को धता बताकर प्रियंका तो लखीमपुर के लिए रवाना हो गईं। प्रियंका वाड्रा ने कहा कि जो आज हुआ वह दिखता है की ये सरकार किसानों को कुचलने की राजनीति कर रही है। किसानों को खत्म करने की राजनीति कर रही है। यह देश किसानों का देश है, भाजपा की विचार धारा की जागीर नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से इस देश में किसानों को कुचला जा रहा है, उसके लिए शब्द ही नहीं है। कई महीने से किसान अपनी आवाज उठा रहा है की उसके साथ गलत हो रहा है, लेकिन सरकार सुनने को राजी नहीं है।
वहीं सोमवार तड़के तीन बजे लखीमपुर जाने की तैयारी में जुटे बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को हाउस अरेस्ट कर लिया गया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, राष्ट्रीय लोक दल अध्यक्ष जयंत चौधरी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी सोमवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचने की तैयारी कर चुके हैं। घटना के विरोध में आम आदमी पार्टी सोमवार को सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन करेगी। लखीमपुर खीरी जा रहे चंद्रशेखर आजाद को पुलिस ने सीतापुर के खैराबाद टोल प्लाजा पर रोक लिए। उन्हें गिरफ्तार कर सीतापुर पुलिस लाइन में बैठा लिया गया।
सीएम योगी ने की शांति की अपील
पूरे मामले पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बयान जारी करके कहा कि क्षेत्र के लोगों के अपील है कि वे घरों में रहें और किसी के बहकावे में न आएं। मौके पर शांति व्यवस्था कायम रखने में योगदान दें। किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले मौके पर हो रही जांच और कार्रवाई का इंतजार करें। सरकार इस घटना के कारणों की तह में जाएगी और घटना में शामिल तत्वों को बेनकाब कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
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