गाजियाबाद। गाजियाबाद की बेटी कामाक्षी शर्मा को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन की ओर से कामाक्षी को सम्मानित किया गया है। इससे पहले कामाक्षी शर्मा का नाम साइबर क्राइम रोकने और इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया जा चुका है। उन्होंने पिछले साल साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए जम्मू से लेकर कन्या कुमारी तक यात्रा की। 30 से ज्यादा शहरों में घूमकर साइबर क्राइम से बचने के तौर-तरीके बताए। वह 50 हजार पुलिस कर्मियों को भी प्रशिक्षण दे चुकी हैं।
इंदौर में आयोजित वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन के समारोह में कामाक्षी को केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, बॉलीवुड गायक उदित नारायण व समीर रंजन ने अवार्ड से नवाजा। जीटी रोड स्थित पंचवटी कॉलोनी में रहने वाली कामाक्षी ने कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक पुलिसकर्मियों को ट्रेंड करने के लिए चलाए गए अपने अनूठे व मुश्किल अभियान को पूरा कर एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराया था।
कामाक्षी के पिता रघु शर्मा दिल्ली की कंपनी में सुपरवाइजर हैं और मां गृहणी हैं। कामाक्षी शर्मा ने 12वीं तक की पढ़ाई गाजियाबाद और फिर बीटेक कंप्यूटर साइंस की डिग्री 2017 में गढ़वाल विश्वविद्यालय से हासिल की। उन्हें गृह मंत्रालय से नेशनल पुलिसिंग ग्रुप नाम का एक मिशन मिला। इसके तहत उन्होंने कई राज्यों के आईपीएस अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया।
पिछले साल एक महीने की यात्रा कर उन्होंने पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी थी। इसके अलावा विभिन्न शहरों में जाकर हजारों छात्रों को निशुल्क प्रशिक्षण दिया। इस दौरान पुलिस अधिकारियों को ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए किस उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है और बदमाशों को कैसे पकड़ें, इसकी जानकारी दी। कामाक्षी ने श्रीलंका और दुबई में भी सुरक्षा एजेंसियों के साथ इंवेस्टिगेशन में काम कर चुकी हैं।
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