इस्लामाबाद। पाकिस्तान के फादर ऑफ नेशन कहलाने वाले मुहम्मद अली जिन्ना की प्रतिमा को बलूच रिपब्लिकन आर्मी ने रविवार को नष्ट कर दिया है। बलूच रिपब्लिकन आर्मी ने एक अधिकारिक बयान में बताया कि, उनके कुछ कार्यकर्ताओं ने ग्वादर में मरीन ड्राइव पर जिन्ना की मूर्ति को विस्फोटकों से नष्ट कर दिया है। यह हमला पाकिस्तान के ग्वादर शहर में हुआ है जहां चीन काफी निवेश कर रहा खबरों के मुताबिक जिन्ना की इस मूर्ति को इस साल के शुरू में मरीन ड्राइव इलाके में लगाया गया था।
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक जिन्ना की इस मूर्ति को इस साल के शुरू में मरीन ड्राइव इलाके में लगाया गया था जिसे सुरक्षित इलाका माना जाता है। डॉन के मुताबिक, बलूच रिपब्लिकन आर्मी ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। वहीं बलूच कार्यकर्ताओं ने मुहम्मद अली जिन्ना को हीरो के रूप में चित्रित करने के लिए पाकिस्तान पर भी निशाना साधा है।
ग्वादर के उपायुक्त मेजर अब्दुल कबीर ने बताया कि, जिन्ना की प्रतिमा को विस्फोट से उड़ाने वाले बलूच कार्यकर्ता पर्यटक के भेष में आए थे। जानकारी के मुताबिक, हमला रविवार सुबह करीब 9.20 बजे हुआ था। कबीर ने आगे बताया कि, अधिकारियों ने हमले की जांच शुरू कर दी है लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
बलूच विद्रोही बलूचिस्तान में चीनी परियोजनाओं का कड़ा विरोध कर रहे हैं और इसी वजह से वे पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और चीन के नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। एशिया टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कुल जमीन के आधार देखें तो बलूचिस्तान प्रांत सबसे बड़ा है और जातीय बलूच लोग पाकिस्तान की कुल जनसंख्या का 9 फीसदी हैं। पिछले कई दशक से बलूचिस्तान में बलूच विद्रोही सक्रिय रहे हैं। उनका आपस में विभाजन रहा है और पश्तूनों के साथ उनकी प्रतिस्पर्द्धा रही है। यही नहीं पाकिस्तान की सियासत और सत्ता कब्जा करने वाले पंजाबियों से भी बलूचों का संघर्ष होता रहा है।
इससे पहले शनिवार को बलूच विद्रोहियों ने एक बम हमला करके पाकिस्तानी सेना के फ्रंटियर कोर के एक वाहन को उड़ा दिया। इसमें चार सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं और दो अन्य घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि यह हमला हारनाई जिले के खोस्त इलाके में हुआ। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने ली है।
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