गाजियाबाद। शुक्रवार की शाम यूपीएससी का परिणाम घोषित हुआ तो गाजियाबाद की अपाला मिश्रा ने जिले का गौरव बढ़ा दिया। अपाला की सफलता से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।
अपाला मूलरूप से जनपद बस्ती के पुराना डाक खाना, सिविल लाइन की रहने वाली हैं, फिलहाल वो गाजियाबाद के वसुंधरा सेक्टर पांच स्थित ओलिव काउंटी में अपने परिवार के साथ रहती हैं। उनके पिता अमिताभ मिश्रा आर्मी में कर्नल और बड़े भाई अभिलेख मेजर हैं। माता अल्पना मिश्रा दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी फैकल्टी में प्रोफेसर हैं। शुक्रवार को यूपीएससी का रिजल्ट आया तो पता चला कि अपाला ने देश में नौवीं रैंक हासिल की है।
अपाला मिश्रा ने 10वीं तक की पढ़ाई देहरादून और 11वीं व 12वी की पढ़ाई रोहणी दिल्ली से की। वर्ष 2017 में हैदराबाद से बैचलर ऑफ डेंल सर्जरी की पढ़ाई कर डॉक्टर बनीं। वे बताती हैं कि इस प्रतिष्ठित परीक्षा की तैयारी के लिए सबसे अधिक आत्मविश्वास की आवश्यकता है। इसके साथ प्रति दिन 7 से 8 घंटे पढ़ाई करनी चाहिए। पढ़ाई में सेल्फ स्टडी को प्राथमिकता देनी चाहिए।
अपाला ने बताया कि उनका लक्ष्य देश सेवा था। इसके चलते उन्होंने बीडीएस किया। हालांकि बाद में यह अहसास हुआ कि वैश्विक स्तर पर देश सेवा करने के लिए सिविल सेवा में जाना होगा। इसके बाद उन्होंने भारतीय विदेश सेवा को लक्ष्य बनाते हुए आइएएस की तैयारी शुरु की। तीसरे प्रयास में उन्होंने नौवीं रैंक हासिल की है। उन्होंने बताया कि उनकी इस सफलता में उनके माता-पिता का सबसे अहम योगदान है। उन दोनों ने हमेशा ही जीवन में बेहतर करते रहने के लिए प्रेरित किया है। अपाला का कहना है कि उन्होंने भारतीय विदेश सेवा का विकल्प चुना है।
उन्होंने बताया कि वह विदेशों के साथ भारत के रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में काम करना चाहती हैं। वह भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए भारतीय सभ्यता को अन्य देशों तक पहुंचाना चाहती हैं। कोरोना जैसी महामारी में तमाम देश भारत के साथ खड़े हुए लेकिन अभी और बहुत बेहतर किया जा सकता है।
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