नई दिल्ली। राजधानी मे आज दिनदहाड़े रोहिणी कोर्ट परिसर में फायरिंग से हड़कंप मच गया। कोर्ट में हुई इस गैंगवार में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की मौत हो गई। उसे तिहाड़ जेल से कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। बाद में दोनों हमलावरों को मौके पर ही मार गिराया।
जितेंद्र उर्फ गोगी पिछले दो साल से तिहाड़ जेल में बंद था। वह हत्या, अपहरण, पुलिस पर हमला आदि वारदातों में शामिल रहा था। गिरफ्तारी के बाद से उसे जेल में रखा गया था। शुक्रवार को तीसरी बटालियन की पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस की टीम उसे रोहिणी अदालत में पेश करने के लिए लाई थी। इसी दौरान वहां पर वकील की ड्रेस पहने हुए दो शख्स आए और उन्होंने गोगी पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं।
उसे बचाने के लिए काउंटर इंटेलिजेंस की टीम ने भी हमलावरों पर गोली चलाई जिसमें दोनों हमलावरों की मौत हो गई। रोहिणी कोर्ट में इन दोनों हमलावरों ने वकील की ड्रेस पहन कर प्रवेश किया था ताकि उन्हें कोई ना रोके। कोर्ट परिसर में फायरिंग की घटना का 16 सेंकेड का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें स्पेशल सेल के जवान को मोर्चा संभालते देखा जा सकता है। गोलियों की आवाज सुनते ही वकील और दूसरे लोग- जो जहां था वहीं पर थम गया। कोर्ट नंबर 217, जज गगनदीप सिंह की कोर्ट में फायरिंग हुई।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने बताया कि जब गैंगस्टर गोगी को कोर्ट में सुनवाई के लिए ले जाया गया तो दो अपराधियों ने उस पर गोलियां चलाईं। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावरों को मार गिराया। उनमें से एक हमलावर पर 50,000 रुपए का इनाम था।
इस वारदात के बाद दिल्ली बार काउंसिल के अध्यक्ष राकेश सहरावत ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा रोहिणी कोर्ट में शूटआउट की यह घटना सुरक्षा में बड़ी चूक है। ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं और अदालत की सुरक्षा खतरे में है। इस मुद्दे को पुलिस कमिश्नर के सामने उठाने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। राकेश सहरावत ने आगे कहा, बार-बार ऐसी घटना सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही से होती है।
ऑल ड्रिस्ट्रिक्ट कोर्ट बार एसोसिएशन ऑफ दिल्ली की कॉर्डिनेशन कमेटी की बुलाई मीटिंग को देखते हुए रोहिणी कोर्ट की कार्यवाही एक दिन के लिए स्थगित कर की गई है। सभी सदस्यों को 25 सितंबर को कार्य से बचने के लिए कहा गया है।
गोगी को अप्रैल में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून (मकोका) के तहत गिरफ्तार किया था। फरवरी 2017 में उसने अलीपुर के देवेंद्र प्रधान की हत्या कर दी, क्योंकि प्रधान का बेटा उसके सहयोगी निरंजन की हत्या में शामिल था। अक्टूबर में गोगी ने हरियाणवी सिंगर और डांसर हर्षिता दहिया की पानीपत में अक्टूबर 2017 में हत्या कर दी।
हर्षिता दहिया अपने जीजा दिनेश कराला के खिलाफ दर्ज एक हत्या के मामले में मुख्य गवाह थी। दिनेश कराला ने ही हर्षिता दहिया की सुपारी गोगी को दी थी। वहीं, गोगी के गैंग ने नवंबर में स्कूल के बाहर एक टीचर दीपक की और जनवरी, 2021 में प्रशांत विहार में रवि भारद्वाज नाम के व्यक्ति की हत्या कर दी थी। रवि को 25 गोलियां मारी गई थीं।
जून 2018 में बुराड़ी में टिल्लू गैंग से हुई गैंगवार में 4 लोग मारे गए और 5 जख्मी हुए। नरेला में अक्टूबर 2019 में आम आदमी पार्टी के नेता वीरेंद्र मान उर्फ कालू को 26 गोलियां मार मौत के घाट उतार दिया। इस साल 19 फरवरी को रोहिणी के कंझावला में आंचल उर्फ पवन की 50 राउंड फायरिंग कर हत्या की गई। इन मामलों में भी गोगी गैंग का ही नाम सामने आया था।
Discussion about this post