Coaching Institutes Reopen: कोचिंग सेंटर्स में फिलहाल सिर्फ उन्हीं स्टूडेंट्स (Students) और स्टाफ (Staff) को एंट्री दी जाएगी जिन्हें वैक्सीन (Vaccine) की कम से कम एक डोज (Dose) लग गई हो. कोचिंग कैंपस में एंट्री के लिए इसे सबसे पहला जरुरी नियम बनाया गया है.
नई दिल्ली: दिल्ली में कोविड (Covid-19) के चलते कोचिंग इंस्टिट्यूट (Coaching Institutes) लगभग 18 महीने से बंद पड़े हैं. हालांकि कोविड से बचाव के नियमों (SOP) का पालन करते हुए, सितंबर के दूसरे सप्ताह से सभी कोचिंग सेंटर्स खुलने लगेंगे.
कोचिंग में फिलहाल सिर्फ उन्हीं स्टूडेंट्स (Students) और स्टाफ (Staff) को एंट्री (Entry) दी जाएगी, जिन्होंने वैक्सीन की कम से कम एक डोज ले ली हो. कोचिंग कैंपस में एंट्री के लिए इसे सबसे पहला जरुरी नियम बताया गया है. क्लास में स्टूडेंट्स की भीड़ न हो, इसके लिए कोचिंग सेंटर्स ने बैच (Batch) की संख्या को बढ़ाने का फैसला किया है. इसके अलावा सुरक्षा (Safety) को ध्यान में रखते हुए ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन क्लासेज (Online Classes) भी जारी रखी जाएंगी.
कोचिंग इंस्टिट्यूट संचालकों के मुताबिक क्लासेज शुरू करने के लिए कोविड संबंधी सभी प्रोटोकॉल जैसे सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing), सैनिटाइजेशन (sanitation), थर्मल स्क्रैनिंग (Thermal Scanning) आदि का पूरा पालन किया जाएगा. चूंकि अब दिल्ली में कोविड की स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है, इसलिए दिल्ली सरकार ने सितंबर से तमाम कोचिंग इंस्टिट्यूट खोले जाने की मंजूरी दे दी है. लगभग 18 महीने से बंद तमाम कोचिंग सेंटर सरकार के इस फैसले से बहुत खुश हैं और वे इंस्टिट्यूट खोले जाने को लेकर काफी उत्साहित हैं. कोचिंग संचालकों के अनुसार ऑनलाइन पढ़ाई कभी भी ऑफलाइन स्टडी का संपूर्ण विकल्प नहीं हो सकती.
मुखर्जी नगर स्थित आईएएस की तैयारी कराने वाले कोचिंग इंस्टिट्यूट ‘अभिव्यक्ति’ (Abhivyakti) के प्रमुख सुनील सिंह के अनुसार सरकार के इस फैसले से स्टूडेंट्स के सीखने की प्रक्रिया को अब फिर से मजबूती मिलेगी. ऑनलाइन स्टडीज (Online Studies) कभी भी ऑफलाइन क्लासेज (Offline Classes) का बेहतर या संपूर्ण विकल्प (Option) नहीं बन सकती. उन्होंने कहा कि कोचिंग खुलने के फैसले के बाद स्टूडेंट्स से लेकर स्टाफ तक, सभी में भरपूर उत्साह है. स्टूडेंट्स को कोचिंग कैंपस (Coaching Campus) में बुलाने की तैयारी के तहत कोविड प्रोटोकॉल (Covid Protocol) का पूरी तरह पालन किया जाएगा. स्टूडेंट्स और स्टाफ को कैंपस में एंट्री के लिए वैक्सीन की कम से कम एक डोज की शर्त को जरूरी कर दिया गया है. इसके अलावा क्लासेज में स्टूडेंट्स से लेकर स्टाफ तक, सभी के लिए मास्क लगाना दूसरी बड़ी शर्त रहेगी. कोचिंग कैंपस में सैनिटाइजर उपलब्ध होगा, लेकिन स्टूडेंट्स और स्टाफ को अपना-अपना सेनिटाइजर लाने के लिए भी कहा जाएगा.
वहीँ दूसरी तरफ, आकाश एजुकेशन सर्विसेज लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर आकाश चौधरी का कहना है कि स्टाफ के साथ स्टूडेंट्स की सुरक्षा उनकी पहली और प्रमुख जिम्मेदारी है. आकाश के मुताबिक वे सभी पेरेंट्स को आश्वस्त करना चाहते हैं कि अपने कैंपस दोबारा खोलने के लिए उन्होंने सभी जरूरी कदम उठाए हैं. एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए सभी सरकारी गाइडलाइन्स का पालन किया जा रहा है. इंस्टिट्यूट ने ऑफलाइन कक्षा लेने के लिए पेरेंट्स की लिखित सहमति को जरूरी बना दिया है. आकाश इंस्टीट्यूट ने सक्रमण फैलाने के जोखिम को कम करने के लिए अपनी शाखाओं में संपर्क रहित अटेंडेंस, पार्किंग स्थल, गलियारों और लिफ्टों में उचित भीड़ प्रबंधन की सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है. साभार- न्यूज़18
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