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गुलधर स्टेशन इस प्राथमिकता खंड का एक महत्वपूर्ण स्टेशन है। यह एक एलिवेटेड स्टेशन होगा जिसके प्लेटफॉर्म की ऊंचाई जमीन से करीब 16 मीटर होगी और स्टेशन के स्तंभ लगभग 12 मीटर ऊंचे होंगे।
गाजियाबाद साहिबाबाद से दुहाई के बीच बने रहे आरआरटीएस के प्राथमिकता खंड के गुलधर स्टेशन की संरचना नजर आने लगी है। गुलधर आरआरटीएस स्टेशन का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। स्टेशन की पहली मंजिल के आधे से ज्यादा क्रॉस आर्म पर निर्माण पूरा हो चुका है। जल्द ही स्टेशन साकार रूप लेगा।
गुलधर स्टेशन इस प्राथमिकता खंड का एक महत्वपूर्ण स्टेशन है। यह एक एलिवेटेड स्टेशन होगा जिसके प्लेटफॉर्म की ऊंचाई जमीन से करीब 16 मीटर होगी और स्टेशन के स्तंभ लगभग 12 मीटर ऊंचे होंगे। इसमें 2 लेवल होंगे। पहला जहां टिकट व एंट्री व एग्जिट पॉइंट होगा, जबकि दूसरा हिस्सा प्लैटफॉर्म वाला होगा।
गुलधर आरआरटीएस स्टेशन में दो प्रवेश/निकास द्वार होंगे जो दिल्ली-मेरठ रोड (NH 58) के दोनों तरफ होंगे। इस स्टेशन के निर्माण से गुलधर, राज नगर, राज नगर एक्सटेंशन और आसपास के अन्य क्षेत्रों के स्थानीय निवासियों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। आपातकालीन या मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में स्टेशन के डिजाइन में बड़ी आकार की लिफ्टों का प्रावधान है जो मरीजों को स्ट्रेचर सहित ले जाने और उनके परिजनों को सुरक्षित और फास्ट मोड से नजदीकी अस्पताल पहुंचा सके।
आरआरटीएस के दूसरे स्टेशनों की तरह गुलधर स्टेशन भी यात्रा अनुकूलता व सुरक्षित सुविधाओं से लैस होगा। इसमें यात्री सूचना प्रदर्शन सिस्टम जिसमें वह ट्रेनों का आगमन और प्रस्थान समय देख सकते हैं, सहज यात्रा का आनंद लेने के लिए कॉमन मोबिलिटी कार्ड सुविधा जिससे आप आरआरटीएस में किसी भी मेट्रो या ट्रांजिट कार्ड का उपयोग कर सकते हैं और ट्रैक पर यात्रियों के आकस्मिक गिरने की किसी भी आशंका से बचने के लिए प्लैटफॉर्म स्क्रीन डोर सिस्टम (पीएसडी) होगा।
82 किमी लंबा दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर भारत का पहला रैपिड रीजनल रेल प्रॉजेक्ट है जिसके अंतर्गत 24 स्टेशन हैं। इसमें 2 डिपो भी हैं। जिनका निर्माण कार्य चल रहा है।
पांच स्टेशन का निर्माण होगा सबसे पहले
इसी कॉरिडोर में 17 किमी लंबे प्राथमिकता खंड का निर्माण कार्य पूरे कॉरिडोर के साथ तेजी से हो रहा। प्राथमिकता खंड साहिबाबाद और दुहाई के बीच बन रहा है और इसमें 5 आरआरटीएस के स्टेशन हैं। जिसमें साहिबाबाद, गाज़ियाबाद, गुलधर, दुहाई व दुहाई डिपो है। प्राथमिकता खंड को 2023 तक संचालित करने का लक्ष्य है।
नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के सीपीआरओ पुनीत वत्स ने बताया कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर को यात्रियों की सुविधा और आराम अनुसार बना रहा है। आरआरटीएस के स्टेशन मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन को ध्यान में रखकर बनाए जा रहे हैं। जो यात्रियों को अन्य परिवहन सेवाओं जैसे हवाई अड्डे, भारतीय रेलवे स्टेशन, बस टर्मिनल और सिटी मेट्रो स्टेशन से इंटर-कनेक्ट करेंगे। जिससे यात्रियों के लिए एक परिवहन सेवाओं से दूसरी में सफर करना आसान हो जाएगा जो उनका समय भी बचेगा।
गाजियाबाद का स्टेशन होगा सबसे ऊंचा
गाजियाबाद स्टेशन का प्लैटफॉर्म जमीन से लगभग 24 मीटर ऊंचा होगा। मेट्रो लाइन के ऊपर से इसे निकाला जाएगा। इस प्रॉजेक्ट का यह सबसे ऊंचा स्टेशन होगा। इसका निर्माण गाजियाबाद के मेरठ तिराहे पर किया जा रहा है। इसे मौजूदा दिल्ली मेट्रो स्टेशन (शहीद स्थल न्यू बस अड्डा मेट्रो स्टेशन) और गाजियाबाद के बस अड्डे के साथ जोड़ा जाएगा। मेट्रो स्टेशन के ऊपर से हाईस्पीड ट्रेन यहां से गुजरेगी। साभार-नवभारत टाइम्स
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