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Kisan Panchayat in UP संयुक्त किसान मोर्चा मिशन यूपी की तैयारी में है। इसी को लेकर राकेश टिकैत के साथ योगेंद्र यादव ने मीडिया से अपने मिशन की बातों को साझा किया। राकेश टिकैत ने कहा कि हम तो किसान आंदोलन की धार को तेज करने की तैयारी में हैं।
लखनऊ, जेएनएन। संयुक्त किसान मोर्चा अब उत्तर प्रदेश में भी कृषि कानून का विरोध करने के साथ ही किसानों के हित में अभियान चलाएगा। लखनऊ के प्रेस क्लब में सोमवार को किसान नेता राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव ने मीडिया को संबोधित किया।
संयुक्त किसान मोर्चा अब ‘मिशन यूपी’ की तैयारी में है। इसी को लेकर आज राकेश टिकैत के साथ योगेंद्र यादव ने मीडिया से अपने मिशन की बातों को साझा किया। राकेश टिकैत ने कहा कि हम तो किसान आंदोलन की धार को तेज करने की तैयारी में हैं। इसी को साझा करने लखनऊ आए हैं। दिल्ली बॉर्डर से लखनऊ आने का कारण पूछने पर राकेश टिकैत ने कहा कि लखनऊ तो राजधानी है, यहां पर काफी काम होते हैं।
किसानों के तीन कानून रद कराने व एमएसपी की कानूनी गारंटी मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा बीते आठ माह से आंदोलन कर रहा है। मोर्चे के आंदोलन का अगला पड़ाव यूपी व उत्तराखंड होगा। इसे मिशन के रूप में शुरू किया जाएगा। मोर्चा पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में महारैली करके धमाकेदार शुरुआत करेगा, इसके बाद सभी मंडलों पर महापंचायत होगी। किसान नेता राकेश टिकैत व योगेन्द्र यादव का आरोप है कि योगी आदित्यनाथ सरकार का दाना-दाना खरीद का वादा महज जुमला था। सरकारी आंकड़े ही खरीद की सच्चाई बयां कर रहे हैं। नेताओं ने यह भी कहा कि वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे सिर्फ किसानों को एकजुट करके उन्हेंं सच्चाई बताएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में सभी टोल प्लाजा फ्री करें। उन्होंने हमारे इस आंदोलन में व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का विरोध और भाजपा व सहयोगी दलों के कार्यक्रमों का विरोध व बहिष्कार होगा।
इनको भी किसान की ताकत बता देंगे
उन्होंने कहा कि हम तो किसान के हित की बात करेंगे, अगर सरकार सख्ती करते हैं तो हम लखनऊ को भी दिल्ली बना सकते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार भी काफी सख्ती बरत रही है। वक्त आने पर इनको भी किसान की ताकत बता देंगे। योगेंद्र यादव ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा तो उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड में भी आंदोलन शुरू करने जा रहा है। मिशन यूपी और युके के तहत पूरे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में आंदोलन चलेगा। इसमें सभी किसानों की आवाज उठाई जाएगी। मिशन उत्तर प्रदेश के तहत संयुक्त किसान मोर्चा सरकार और उसकी नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोलेगा।
किसान काफी परेशान
राकेश टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसान के गन्ना मूल्य का भुगतान के साथ ही चार वर्ष से रेट न बढ़ाना भी हमारा एक मुद्दा है। राकेश टिकैत ने कहा कि अब तक गन्ने का 12 हज़ार करोड़ रुपये का अबतक बकाया है। गन्ने में एक रुपये नहीं बढ़ाये। 7-8 राज्यों में किसान को बिजली फ्री है लेकिन यूपी में ऐसा नहीं है। उन्होंने दावा किया कि गुजरात की सरकार को पुलिस चलाती है। यूपी में भी कुछ ऐसा ही होने वाला है जहां राज्य को पुलिस स्टेट बनाने की तैयारी है। आलू तथा मक्का के किसान काफी परेशान हैं। यहां पर गेंहूं की खरीद में बड़ा घोटाला हुआ है। देश के किसी भी राज्य से यहां पर बिजली भी सबसे महंगी है। राहुल गांधी के ट्रैक्टर से संसद भवन तक जाने पर टिकैत ने कहा कि उन्होंने तो ठीक ही किया। उनको तो दस वर्ष पुराने ट्रैक्टर से जाना था। टिकैत ने कहा कि अब तो समय आ गया है कि दिल्ली में सभी सांसद तथा मंत्री अपने घर में एक-एक ट्रैक्टर रखेंगे। टिकैत ने कहा कि हम शीघ्र ही लखनऊ में अपने इस आंदोलन को बड़ा रूप देंगे।
पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में महापंचायत
टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा मिशन यूपी के तहत किसान आंदोलन मुजफ्फरनगर से शुरु करेगा। राकेश टिकैत ने कहा कि पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में महापंचायत होगी। यह अब अब तक की सबसे बड़ी महापंचायत होगी। इस किसान महापंचायत को पूरा देश देखेगा। हम तो देश के लोगों से न्याय की अपेक्षा करते हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि हम चुनाव की नहीं हम आंदोलन की बात करेंगे। आंदोलन में किसानों के मसलों की बात करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता पहले विपक्ष में हमारे साथ थे। अब सत्ता मिलने के बाद भूल गए हैं।
15 अगस्त को 1500 ट्रैक्टर लेकर दिल्ली पहुंचेंगे
राकेश टिकैत ने कहा कि किसान 15 अगस्त को 1500 ट्रैक्टर लेकर दिल्ली पहुंचेंगे। इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा की उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड में रैलियां व सभाएं होंगे। हम लोग किसान आंदोलन कोने-कोने तक पहुंचाएंगे किसान आंदोलन की अलख जगाएंगे। हमारा यह बड़ा आंदोलन टिकैत देश में विख्यात आंदोलन होगा। हम तो इसमें ïकिसानों के साथ राष्ट्रीय मुद्दे भी उठाएंगे। किसान को उत्तर प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे फसल बेचनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि तीन किसान विरोधी कानून वापस होने व एमएसपी की कानूनी गारंटी लागू होने तक आंदोलन चलेगा। साभार-दैनिक जागरण
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