पढ़िये नवभारत टाइम्स की ये खास खबर….
गाजियाबाद। गाजियाबाद में आजकल ड्राइविंग लाइसेंस के लिए स्लॉट हासिल करने में काफी परेशानी हो रही है। एक दिन में 350 आवेदकों के लिए स्लॉट खुलता है, जो 5 से 7 मिनट के भीतर ही बुक हो जाता है। फिर लोग अगले दिन स्लॉट हासिल करने का प्रयास करते हैं, लेकिन नहीं मिल पाता।
यदि आज आप डीएल के स्लॉट लेते हैं तो आपका नंबर 3 महीने के बाद आएगा। यानी 3 महीने बाद आपका लाइसेंस बनेगा। इसकी वजह से लोग बहुत अधिक परेशान हैं। कोरोना की वजह से लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट में जाने से बचना चाहते हैं। खुद की गाड़ी में जाने को प्राथमिकता देते हैं, लेकिन उनके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होता है।
पल्ला झाड़ लेते हैं अधिकारी
गोविंदपुरम की रहने वाली सुजाता, अनिता और पीहू स्लॉट के लिए कई बार प्रयास कर चुकी हैं, लेकिन अभी तक उन्हें स्लॉट नहीं मिला। आरटीओ में जाकर इसकी शिकायत भी की है, लेकिन अधिकारी ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया की बात कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं।
जमा हो जाती है फीस, लेकिन नहीं मिलता स्लॉट
शास्त्रीनगर के रहने वाले राजेंद्र ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया में फीस पहले जमा हो जाती है, लेकिन जब स्लॉट लेने का नंबर आता है तो नहीं मिल पाता है। इन्होंने जून में फीस जमा की थी, लेकिन अभी भी स्लॉट के लिए भटक रहे हैं। ऐसे बहुत से लोग फीस जमा करवाने के बाद भी स्लॉट हासिल नहीं कर पा रहे।
प्रतिदिन बढ़ रही वेटिंग
बताया जा रहा है कि जिले में हर रोज 800 की संख्या में लोग ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर रहे हैं, लेकिन इसमें केवल 350 लोगों को स्लॉट मिलता है, बाकी लोग वेटिंग में चले जाते हैं। इस हिसाब से 90 दिन के भीतर 40000 से अधिक लोग जिले में ड्राइविंग लाइसेंस की वेटिंग में हैं।
स्लॉट बढ़ाने की मांग
एआरटीओ प्रशासन विश्वजीत प्रताप सिंह ने बताया कि प्रत्येक दिन 350 स्लॉट लर्निंग लाइसेंस के लिए दिए जा रहे हैं। स्लॉट को बढ़ाकर 500 किए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, लेकिन अभी तक परमिशन नहीं मिली।
साभार-नवभारत टाइम्स।
आपका साथ – इन खबरों के बारे आपकी क्या राय है। हमें फेसबुक पर कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं। शहर से लेकर देश तक की ताजा खबरें व वीडियो देखने लिए हमारे इस फेसबुक पेज को लाइक करें। हमारा न्यूज़ चैनल सबस्क्राइब करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Follow us on Twitter http://twitter.com/HamaraGhaziabad