दुनियाभर के वैज्ञानिक और डॉक्टर कोरोना का बेहतर इलाज ढूंढ़ने में लगे हैं। हालात ऐसे हैं कि केंद्र और राज्य सरकारें भी बेबस दिख रही हैं। इस बीच बेतुकी बातें करने और झाड़-फूंक, तंत्र-मंत्र से कोरोना का इलाज का दावा करने वाले बाज नहीं आ रहे। कोई हवन की सलाह दे रहा है तो कोई श्मशान में पूजा की। ये बाबा आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे है। दैनिक भास्कर की टीम ऐसे बाबाओं को ढूंढ़ने के लिए तीन दिन तक जयपुर के पड़ोसी जिलों में पहुंची और स्टिंग कर ऐसे ही ढोंगी बाबाओं का सच सामने लाई।
तीन दिन में 15 से ज्यादा बाबाओं से संपर्क
भास्कर टीम ने सीकर जिले के रींगस, रानोली-पलसाना, सीकर, लक्ष्मणगढ़ और फतेहपुर में 15 से ज्यादा बाबा से संपर्क किया। इनमें से कई ने कोरोना का इलाज करने से साफ मना भी किया। तो कुछ ने हद ही कर दी। सबसे बड़ी बात तो यह कि बिना जान-पहचान के बाबा किसी का इलाज नहीं कर रहे हैं। पहले से किसी परिचित के जाने पर ही इलाज शुरू किया जाता है।
जगह- सीकर
हाथ में सिगरेट और गले में माला, अंगुलियों पर लगाया गणित
भास्कर टीम सीकर में एक बाबा के आश्रम में पहुंची। बाबा की उम्र 35-37 साल होगी। ये हमें मंदिर से अलग एक कमरे में लेकर गए। इनका नाम बाबा सचिन है। गले में कई सारी कंठी-माला पहनी हुई थीं। हाथ में सिगरेट लगी हुई थी। एक बुझने पर दूसरी जल रही थी। पूरे स्टाइल से बाबा चुटकी बजा रहे थे। नाम-पता पूछकर समस्या पूछी। मां की बीमारी के बारे में बताया। परिवार में अन्य लोगों की बीमारी और समस्या बताई। बाबा बोला कोरोना चल रहा है। थोड़ा संयम रखो। काफी सोच-विचार के बाद नाम पूछा और फिर अंगुलियों पर कुछ गणित लगाया। इस दौरान हाथ में सिगरेट जलती रही।
दावा : काले और गंजे आदमी ने कुछ कराया है, पड़ोसी या रिश्तेदार हो सकता है
अंगुलियों पर हिसाब लगाकर बाबा बोला कि कुछ गृहदोष की दिक्कत और नजर दोष है। देखो, मैं भगवान तो हूं नहीं, पर कुछ हिसाब लगाया है। घर में समस्या है। किसी काले और गंजे आदमी ने कुछ कराया है। कोई मित्र, पड़ोसी या रिश्तेदार भी हो सकता है। उपाय पूछने बताया कि सारी समस्या दूर हो जाएगी। हवन-पूजा करानी होगी। जिसने जो भी गलत किया है, वह वापस चला जाएगा। हम किसी का बुरा नहीं करेंगे, पर जिसने गलत कराया है, उसके पास दोगुने असर से जाएगा। वो उसके साथ कुछ भी करें, उसे छोड़ें या फिर मार दें। ये परमात्मा की मर्जी है। घर की सुरक्षा हो जाएगी।
50 साल तक परिवार पर संकट नहीं आने का दावा
बाबा ने ऐसा उपाय बताया जिसे सुनकर खुद को भी हैरानी हुई। बाबा से बीमारी और समस्या दूर करने का समाधान पूछा। बाबा बोला कि सवा बोतल देशी शराब (दारू) लानी होगी। दूध, गोमूत्र और सादा जल लेना। एक ढक्कन गंगाजल मिला लेना। बाबा ने ऐसी चौंकाने वाली बात कही कि सुनकर सिर भी चकराया। बाबा बोला कि देशी शराब और गौमूत्र सहित सभी को एक मिट्टी के कलश में मिलाना। कलश में एक छेद करना। पूरे घर में तार बनाकर डालना, जो बच जाए उसे गेट पर डाल देना। दावा किया कि 10, 20, 50 साल तक कोई बाल-बांका नहीं होगा। कोई बुरी आत्मा नहीं आएगी। तंत्र-मंत्र का असर ही नहीं होगा।
21 दिन तक पूजा और 25 हजार रुपए मांगे
बाबा ने पूरी पर्ची पर सामग्री लिखी। पर्ची को देकर कहा कि 21 दिन तक पूजा होगी। आप घर में छिड़काव करना। मुझे 21 दिन के बाद बुला लेना। पूजा और हवन होगा। साथ ही अलग से भी तंत्र-मंत्र के साथ पूजा होगी। बाबा से दक्षिणा देने की बात पूछी तो कहा कि 25 हजार रुपए लगेंगे। बीमारी, गृह दोष, घरेलू कलह सब कष्ट दूर हो जाएंगे। ये काम जल्दी करवा लेना। खांसी-जुकाम तो चलते रहते हैं।
लालच : बाहर निकलते ही फोन पर दक्षिणा मांगी
भास्कर टीम बाबा से बात कर आश्रम से बाहर आ गई। टीम कुछ ही दूरी पर पहुंची तो बाबा के एक चेले का फोन आ गया। उसने नाराज होकर कहा कि बाबा ने फोन किया है। तुम्हें सारा इलाज बता दिया है, फिर भी दक्षिणा नहीं देकर आए हो। हमने मंदिर के दान-पात्र में रुपए डालने की बात कही तो बोला कि वो मंदिर में चले जाते हैं, अलग से दक्षिणा देनी होती है। बाबा को वही मिलती है। फिर उसे जल्द ही पूजा-पाठ कराने की बात कही तो वह मान गया।
डिस्क्लेमर : दैनिक भास्कर का किसी की भी धार्मिक भावना से खिलवाड़ करने का मकसद नहीं है। लेकिन जब पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, ऐसे समय में इन कथित बाबाओं का सच जानना जरूरी है। साभार-दैनिक भास्कर
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