कश्मीरी बादामी कहवा (Kashmiri Badami Kehwa) में कई एंटीऑक्सीडेंट और एंटीजनोटॉक्सिक गुण पाए जाते हैं. इसकी तासीर गर्म होती है और यह शरीर को डिटॉक्स करने (जहरीले पदार्थ निकालने) का काम करता है.
Benefits Of Kashmiri Badami Kahwa: काम की व्यस्तता के चलते या फिर ताजगी के लिए लोग बार-बार चाय या कॉफी पीना पसंद करते हैं. कई बार मानसिक और शारीरिक थकान को दूर करने के लिए भी लोग चाय या काढ़ा पीते हैं. लोग कई तरह की चाय का सेवन करते हैं जिनमें ब्लैक टी, ग्रीन टी और हर्बल टी आजकल काफी प्रचलित हो गई हैं. यह सेहत के लिए भी अच्छी होती हैं लकिन क्या आपको पता है कि कश्मीरी कहवा (Kashmiri Kahwa) या बादाम का कहवा भी शरीर के लिए बहुत अच्छा होता है. कश्मीर में ठंड का मौसम होने की वजह से वहां के लोग बादाम का कहवा पीते हैं. वे इसे ठंड से राहत पाने और हेल्दी रहने के लिए पीते हैं. कश्मीरी कहवा को चाय या कॉफी की तरह ही पिया जाता है लेकिन चाय और कॉफी की तुलना में यह ज्यादा फायदेमंद होता है.
बादाम की छोटी-सी गिरी में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. पहले बादाम से मिठाई और स्नैक्स बनाए जाते थे और अब कॉफी में भी इसे डाला जाता है. कश्मीर में लोग बादाम का कहवा नाश्ते के दौरान लेते हैं, इसमें बहुत-सी चीजें मिली होती हैं, जैसे हरी चाय की पत्ती, दालचीनी, इलायची, केसर और लौंग. ये सभी चीजें सेहत के लिए बहुत ही अच्छी हैं और खासतैर पर आज के कोरोना के समय में. इसे और अधइक टेस्टी बनाने के लिए बादाम, अखरोट और सूखे मेवे को पीसकर ऊपर से मिलाया जाता है, जिससे यह सुगंधित और पौष्टिक हो जाती है.
कश्मीरी बादामी कहवा के गुण
कश्मीरी बादामी कहवा में कई एंटीऑक्सीडेंट और एंटीजनोटॉक्सिक गुण पाए जाते हैं. इसकी तासीर गर्म होती है और यह शरीर को डिटॉक्स करने (जहरीले पदार्थ निकालने) का काम करता है. इसके अतिरिक्त इसे पीने से बैक्टीरिया से बचने में मदद मिलती है. इस प्रकार मौसमी बीमारियों के लिए यह काफी फायदेमंद होता है.आइए जानते हैं कि इसके क्या-क्या फायदे हैं.
-जो लोग अपना वजन नियंत्रित करना चाहते हैं, उनके लिए कश्मीरी कहवा काफी लाभप्रद है. कश्मीरी कहवा पीने से ब्लड शुगर का स्तर भी नियंत्रित होता है. जैसे लोग ग्रीन टी पीते हैं, उसी तरह अपने वजन को संतुलित करने के लिए कश्मीरी कहवा भी पी सकते हैं. इसे पीने के बाद पेट भरा हुआ महसूस होता है जिससे भूख कम लगती है और इससे वजन कम करने में मदद मिलती है.
-कश्मीरी कहवा पीने से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है और तनाव भी दूर होता है. इसमें एंटी ऑक्सीडेंट के गुण होने के कारण यह कैंसर से भी बचाता है. यह पाचनतंत्र के लिए भी अच्छा होता है.
-यह त्वचा के लिए भी गुणकारी है. चाय और केसर में मौजूद विटामिन बी 12 और बादाम में मौजूद विटामिन ई से त्वचा को पोषण मिलता है, जिससे त्वचा नर्म और मुलायम हो जाती है.
-बादाम के सेवन से एसिडिटी ठीक होती है और शरीर में प्रोटीन की कमी भी पूरी होती है.
कश्मीरी बादामी कहवा बनाने का तरीका
कश्मीरी बादामी कहवा बनाने के लिए 2 बड़े चम्मच ग्रीन टी की पत्तियां, दालचीनी के कुछ टुकड़े, इलायची, थोड़ी-सी केसर, चीनी या शहद लें. बादाम और अखरोट को बारीक कर लें. इसे बनाने के लिए बर्तन में एक गिलास पानी डालें. उसमें दालचीनी, इलायची और केसर डालकर कुछ देर के लिए उबालें और इससे गाढ़ा होने दें. फिर इसमें ग्रीन टी की पत्तियां डालें और इस पानी को फिर से उबाल लें. कड़वाहट ज्यादा न हो, इसलिए इसे बहुत ज्यादा नहीं उबालना चाहिए. इसे चाय की ही तरह कप में छान लें और ऊपर से बादाम और अखरोट के टुकड़े डालकर सजावट कर दें. इसके बाद इसकी गर्म-गर्म चुस्कियों का आनंद लें और बीमारियों को दूर भगाएं.(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.) साभार- न्यूज़18
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