Vadodara Rape: क्राइम ब्रांच के ऑफिसर ने बताया कि वह ये पता लगाना चाहते हैं कि क्या रेप जैसी कोई घटना गाड़ी की पिछली सीट पर हो सकती है. इसके अलावा वो ये भी पता लगाना चाहते हैं कि अगर गाड़ी में रेप किया गया तो क्या पीड़िता ने भागने की कोशिश की या नहीं.
वडोदरा. गुजरात से एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है. वडोदरा के रोड ट्रांसपोर्ट ऑफिस (RTO) से वहां के लोकल क्राइम ब्रांच ने एक हैरान कर देने वाला सवाल पूछा है. पुलिस RTO से ये जानना चाहती है कि क्या स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) में इतनी जगह होती है कि उसमें किसी का रेप किया जा सके? इसके अलावा पुलिस RTO से ये भी जानना चाहती है कि आखिरी किसी गाड़ी में सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम कैसे काम करती है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पूलिस ने ये पूछताछ एक टोयोटा फॉर्च्यूनर गाड़ी को लेकर की है. इस गाड़ी का मालिक भावेश पटेल है. वो पादरा नगर पालिका पार्षद और कृषि उपज मंडी निगम (एपीएमसी) के पूर्व निदेशक थे. उनका पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड रहा है. बता दें कि आमतौर पर RTO किसी एक्सिडेंट के बाद सिर्फ गाड़ी के फिटनेस सर्टिफिकेट के बारे में सूचना देती है, ना कि गाड़ी में कितनी जगह है या फिर किसी दूसरी चीज़ के बारे में.
रिपोर्ट के मुताबिक, RTO के अधिकारी खुद इस तरह के सवाल से हैरान हैं. अखबार ने आरटीओ के एक अधिकारी के हवाले से कहा, ‘RTO केवल गणितीय रिपोर्ट दे सकता है. विभाग निश्चित रूप से इस बात पर विचार नहीं कर सकता कि उस जगह पर अपराध हुआ है या नहीं. यह साबित करने के लिए पुलिस का काम है.’
क्राइम ब्रांच के ऑफिसर दिवानसिन वाला ने बताया है कि शिकायत के आधार पर वो ये पता लगाना चाहते हैं कि क्या रेप जैसी कोई घटना गाड़ी की पिछली सीट पर हो सकती है. वाला ने कहा, ‘कार में मौजूद लेग स्पेस अपराध को अंजाम देने के लिए पर्याप्त है या नहीं यह पता लगाने के लिए क्राइम ब्रांच ने महिला और आरोपी की लंबाई की भी जांच की.’ इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि वो ये पता लगाना चाहते हैं कि घटना के वक्त अगर कार रुकी हुई थी तो पीड़िता ने भागने की कोशिश क्यों नहीं की. लिहाजा गाड़ी के लॉकिंग सिस्टम के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.
बता दें कि भावेश पटेल को रसूखदार स्थानीय नेता के रूप में गिना जाता है और उनके खिलाफ 18 और अलग-अलग मामलों में जांच चल रही है. रेप की ये कथित घटना 26 और 27 की दरमियानी रात को हुई. पुलिस को इस घटना के बारे में 30 अप्रैल को शिकायत मिली. इसके बाद आरोपी को 2 मई को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया गया. पटेल फिलहाल न्यायिक हिरासत में है.
वड़ोदरा के पुलिस अधीक्षक सुधीर देसाई के हवाले से अखबार ने बताया, ‘हम उनसे (आरटीओ) विशेष रूप से दो पहलुओं के बारे में पूछ रहे हैं जो शिकायतकर्ता की बातों को सच साबित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं. एक सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम है, जिसे केवल चालक की तरफ से संचालित किया जा सकता है और दूसरा कार की अगली सीट का पुशबैक, जिसके सहारे आरोपी ने महिला के साथ बलात्कार के लिए लेग स्पेस बनाया. एक बार इन दो पहलुओं का जवाब मिल जाने के बाद हम मामले को कोर्ट के सामने पेश कर देंगे.’ साभार-न्यूज़18
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