कोरोना से पूरा देश कराह रहा है। एक-एक सांस के लिए जूझते मरीजों के परिजन ऑक्सीजन के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं। यह भयावह मंजर अपनी आंखों के सामने देखा तो मेरठ के एक युवा उद्यमी ने ऑक्सीजन की कमी दूर करने की ठानी। बेगमबाग निवासी यशराज गुप्ता ने अपने पिता और दोस्त के साथ मिलकर ऑक्सीजन प्लांट खड़ा कर दिया। वह कहते हैं कि यह प्रयास इसलिए है ताकि लोगों की सांसें सलामत रहें और किसी को अपनों को खोने का गम न सहना पड़े।
यशराज बताते हैं कि उनके लिए अकेले यह काम संभव नहीं था। मैकेनिकल इंजीनियर पिता अनुराग गुप्ता और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर संदीप गर्ग को ऑक्सीजन प्लांट लगाने की योजना के बारे में बताया। दोनों ने हौसला बढ़ाया और मिलकर इस पर काम शुरू कर दिया।
देशभर से जुटाया स्क्रैप
यशराज बताते हैं कि पिता अनुराग और दोस्त संदीप के साथ मिलकर उन्होंने देशभर से बंद हो चुके पुराने गैस प्लांट के पार्ट्स एकत्र किए। छत्तीसगढ़, पुणे, शाहजहांपुर समेत कई इलाकों की खाक छानी। पार्ट्स जुटाए और असेंबल करने का काम शुरू कर दिया।
जिला प्रशासन ने की सराहना
पार्ट्स मिलने के बाद अब जरूरत थी जमीन की। गौतमबुद्धनगर में यशराज के चाचा की सीमेंट की चादर बनाने की फैक्ट्री में जमीन खाली पड़ी थी। यहां प्लांट लगाया गया और 13 अप्रैल से यहां प्राणवायु बनने लगी है। फिलहाल, रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है और जिला प्रशासन ने भारत रत्न ऑक्सीजन प्लांट नाम देते हुए इस पहल की सराहना की है।
रोजाना 350 सिलेंडर की सप्लाई
यशराज के मुताबिक, प्लांट की क्षमता 500 सिलेंडर प्रतिदिन की है लेकिन अभी 325 से 350 तक सिलेंडर की दैनिक आपूर्ति की जा रही है। गौतमबुद्धनगर में 70 फीसदी ऑक्सीजन की सप्लाई इसी प्लांट से हो रही है। साभार-हिन्दुस्तान
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