महाराष्ट्र से निकली वैक्सीन और भेदभाव की आवाज बाकी अन्य राज्यों तक भी पहुंची और अब कई राज्यों यहां तक कि भाजपा शासित राज्यों के अस्पतालों में भी वैक्सीन कुछ ही दिनों की रह गई है। देखिए देश के राज्यों में वैक्सीन की क्या है हालत।
नई दिल्ली, एजेंसियां। देश में हर दिन के साथ कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। वहीं, कोरोना को हराने में सबसे बड़ा हथियार वैक्सीन को लेकर देश में भय का माहौल है। काफी सारे टीकाकरण स्थानों पर लिख दिया गया है कि यहां वैक्सीन मौजूद नहीं है। इस कारण नागरिकों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। हाल ही में महाराष्ट्र से निकली वैक्सीन और भेदभाव की आवाज बाकी अन्य राज्यों तक भी पहुंची और अब कई राज्यों यहां तक कि भाजपा शासित राज्यों के अस्पतालों में भी वैक्सीन कुछ ही दिनों की रह गई है। हालांकि, सरकार कह रही है कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं है और राज्यों को समय समय पर उपलब्ध कराई जा रही है। आइय देखते हैं कि क्या हाल है देश में वैक्सीन का…
छत्तीसगढ़ में 2 दिनों का स्टॉक
सीएम भूपेश बघेल बोले, ‘छत्तीसगढ़ में अब तक 35.83 लाख वैक्सीन खुराक प्राप्त हुई है। वर्तमान में, हमारे पास 4.83 लाख खुराक का स्टॉक है जो 2 दिनों तक चल सकता है। हमने केंद्र सरकार से 7 दिनों के लिए वैक्सीन खुराक प्रदान करने का अनुरोध किया है ताकि टीकाकरण अभियान सुचारू रूप से चलता रहे।’
ओडिशा में भी दो दिन का स्टॉक
बिजय पाणिग्रही (ओडिशा में COVID-19 टीकाकरण प्रभारी) बोले, ‘हमारे पास कोविशिल्ड की 3.2 लाख खुराक और कोवैक्सिन की 1 लाख खुराक हैं। इस स्टॉक के साथ, हम 2 दिनों के लिए टीकाकरण जारी रख सकते हैं। हम भारत सरकार से 2 दिनों के भीतर टीके प्राप्त करने की उम्मीद करते हैं।’
वहीं, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के संचालन के लिए केन्द्र से और 300 करोड़ रुपये की मांग की है। मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में पीएम मोदी से पटनायक ने टीकाकरण कार्यक्रम के लिए 300 करोड़ रुपये की मांग की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि ओड़िशा ने टीकाकरण संचालन के लिए केन्द्र से 400 करोड़ रुपये मांगा था। मगर केन्द्र सरकार ने मात्र 146 करोड़ रुपये दिया था। कोरोना संचालन के लिए कम से कम और 300 करोड़ रुपये देने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से मांग की है। इसके साथ ही एसडीएरएफ कोष से 50 प्रतिशत राशि खर्च करने की भी अनुमति मांगी है।
राजस्थान सीएम अशोक गहलोत का पीएम मोदी को पत्र
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि राजस्थान में वैक्सीनेशन का स्टॉक खत्म हो रहा है। अब केवल दो दिन का स्टॉक बचा है। उन्होंने पीएम से 30 लाख वैक्सीन उपलब्ध कराने की मांग की है। पत्र में उन्होंने कहा कि सात अप्रैल तक यहां 86 लाख 89 हजार 770 वैक्सीन की डोज अब तक लगाई जा चुकी है। पीएम द्वारा 11 से 14 अप्रैल तक टीक उत्सव चलाने की घोषणा का स्वागत करते हुए गहलोत ने कहा कि राजस्थान में कोरोना संक्रमण से बचाव के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण में कोई राजनीति नहीं है लेकिन तथ्य यह स्पष्ट करते हैं कि कई राज्यों में टीकों की कमी है। केंद्रीय सरकार को वैक्सीन खुराक की स्थिति को सार्वजनिक करना चाहिए।
आंध्र प्रदेश के सीएम ने भी लिखा पीएम को पत्र
आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 11 अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच आयोजित होने वाले ‘टीका उत्सव’ के लिए COVID वैक्सीन की 25 लाख खुराक की आपूर्ति का अनुरोध किया है।
महाराष्ट्र पर नजर
महाराष्ट्र में वैक्सीन की कमी पर चल रही बहस के बीच बताया गया कि अब बृहन्मुंबई नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में सभी निजी कोविड -19 टीकाकरण केंद्र 12 अप्रैल तक बंद रहेंगे। हालांकि, सरकारी और नगरपालिका अस्पताल, टीकाकरण जारी रहेंगे। नागरिक निकाय ने कहा, हालांकि सप्ताहांत लॉक होने के कारण समय को संशोधित किया गया है। नागरिक प्राधिकरण ने सूचित किया कि लोगों को टीकाकरण के लिए यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी। शनिवार को दोपहर 12 बजे से शाम 6 बजे के बीच टीकाकरण किया जाएगा। रविवार को समय सुबह 9 से शाम 5 बजे के बीच होगा।
नागरिक निकाय ने कहा, ‘प्रिय मुंबईवासी टीकाकरण केंद्रों में से कुछ भारत सरकार की तरफ से वैक्सीन की प्राप्ति नहीं होने के कारण टीकों की कमी है, लेकिन सभी केंद्रों को जल्द ही टीकाकरण करना चाहिए। हमें असुविधा पर पछतावा है और हम आपको अपडेट करते रहेंगे।’
बता दें कि वैक्सीन की खुराक की कमी के कारण निजी सुविधाओं में 71 सहित कुछ 90 टीकाकरण केंद्रों को शुक्रवार को बंद करना पड़ा। बुधवार को, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने राज्य में वैक्सीन की कमी का मुद्दा उठाया, जो देश में बड़ा मुद्दा बन गया। इसपर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि राज्य महामारी के प्रबंधन में अपनी विफलता को कवर करने के लिए केंद्र को दोषी ठहरा रही है।
बीते दिन खबर मिली थी कि पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम (पीसीएमसी) ने खुराक की कमी के कारण शुक्रवार को अपनी सीमा में सभी टीकाकरण केंद्रों को बंद रखने का फैसला किया है।
दिल्ली में कोरोना वैक्सीन की कमी
राजधानी दिल्ली में भी वैक्सीन स्टॉक की कमी का दावा किया गया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में भी अब 4 से 5 दिन का वैक्सीन स्टॉक बचा हुआ है। सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों में टीका लगाने की रफ्तार धीमी है। केंद्र के अस्पतालों में सिर्फ 30 से 40 फीसदी वैक्सीन लगाई गई है। इसी वजह से दिल्ली में आंकड़े कम दिख रहे हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि यह वक्त राजनीति करने का नहीं है बल्कि एक साथ मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ने का है।
झारखंड पहुंची 10 लाख डोज
झारखंड को 10,23,800 कोविशील्ड की डोज मिल गई है। शुक्रवार को रांची एयरपोर्ट पर खेप पहुंचने के बाद नामकुम स्थित वेयर हाउस से टीके जिलों को भेजा जा रहा है। एक दिन पहले कोवैक्सीन की दो लाख डोज झारखंड को मिली थी। दस लाख अन्य डोज मिलने से राज्य में टीके की किल्लत फिलहाल दूर हो गई है। इससे पहले रांची के कई वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन खत्म होने के कारण लोग बिना वैक्सीनेशन वापस लौट रहे थे। सदर अस्पताल में सुबह 10 बजे से ही वैक्सीन खत्म हो गई थी। हालांकि वैक्सीन के आते ही विभिन्न वैक्सीनेशन सेंटरों में इसकी सप्लाई की गई। जिससे दोबारा लोगों को टीका लगाना प्रारंभ हो गया।
बिहार सरकार ने केंद्र से मांगे कोरोना के टीके
कोरोना के खिलाफ जारी जंग में वैक्सीन की कमी एक बड़ी समस्या बन रही है। भले ही सरकार का दावा हो कि राज्य में वैक्सीन की कमी नहीं, बावजूद जिलों से आ रही रिपोर्ट बताती हैं कि कुछ जिलों में वैक्सीन की कमी होने की वजह से टीकाकरण का काम बाधित हो रहा है। हालांकि उम्मीद की जा रही है कि रविवार से जिलों में वैक्सीन की कमी नहीं होगी। क्योंकि राज्य सरकार की मांग के बाद शुक्रवार को बिहार को कोविशील्ड की नौ लाख डोज मुहैया करा दी गई हैं। इस बीच राज्य सरकार ने 15 लाख अतिरिक्त कोरोना वैक्सीन के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। दूसरी तरफ बिहार में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा है कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं है।
हिमाचल में 11 से 14 अप्रैल तक मनाया जाएगा टीका उत्सव
टीकाकरण को जन आंदोलन बनाने के लिए 11 से 14 अप्रैल तक टीका उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। सूक्ष्म नियंत्रण क्षेत्रों की प्रभावी निगरानी के साथ-साथ परीक्षण, ट्रेसिंग और उपचार के लिए दोहरी रणनीति को अपनाया जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना मामलों की स्थिति की समीक्षा के लिए वर्चुअल माध्यम से उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और चिकित्सा महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों व चिकित्सा अधीक्षकों के साथ बैठक में कही।
उत्तरप्रदेश में न रेमडेसिविर न पर्याप्त स्टाफ, वैक्सीन भी सीमित
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तरप्रदेश के कई राज्यों में वैक्सीन नहीं है। लोगों को उदास वापस लौटना पड़ रहा है। यहां रेमडेसिविर दवा व पर्याप्त स्टाफ न होने के कारण भी चिंता बढ़ी है। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ से कोरोना के कारण बिगड़ते हालात को लेकर बात की। राजनाथ ने सीएम योगी से बेड बढ़ाने को लेकर भी चर्चा की। बड़ी बात यह है कि राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद में भी अब वैक्सीन का स्टॉक घट रहा है। हालांकि, सरकार दावा कर रही है कि राज्य में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है, लेकिन जमीनी स्तर पर लोगों को वैक्सीन नहीं मिल पा रही है। बता दें कि रेमडेसिविर दवा की कमी कई राज्यों में बताई जा रही है।
राहुल गांधी ने पीएम को क्या लिखा?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तत्काल कोविड-19 की वैक्सीन का निर्यात रोकने की मांग की है। साथ ही कहा कि देश में हर किसी को टीका लगना चाहिए, जिसे इसकी जरूरत है। साथ ही राहुल ने राज्य सरकारों को और वैक्सीन हासिल करने और उनके वितरण का अधिकार देने की भी जरूरत बताई है।
अब तक कितनों को लगा टीका
जनवरी माह से शुरू किए गए वैक्सीनेशन के अभियान के तहत अब तक देश में कुल 9,80,75,160 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई है। हालांकि, कई राज्यों से वैक्सीन की मांग की गई है। इनका कहना है कि वैक्सीन की कमी के कारण वैक्सीनेशन सेंटरों को बंद करने की नौबत आ गई है और साथ ही साथ कहा है कि जब तक वैक्सीन नहीं होंगी तो कैसे टीकाकरण अभियान को तेज कर पाएंगे।
शनिवार को रिकॉर्ड तोड़ मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी होने वाले आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटों में आने वाले नए मामलों की संख्या आज भी सवा लाख से अधिक है। इसके अनुसार, पिछले 24 घंटों में भारत में COVID-19 के 1,45,384 नए मामले आए और 794 संक्रमितों की मौत हो गई। इसके बाद देश में अब तक कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1,32,05,926 हो गया और मरने वालों की संख्या 1,68,436 हो गई है। संक्रमित देशों में भारत तीसरे नंबर पर है। पहला नंबर अमेरिका का है और दूसरा ब्राजील का।साभार-दैनिक जागरण
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