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उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ पुलिस ने शुक्रवार देर शाम कार्रवाई करते हुए एक फार्म हाउस के अंदर बनाई गई गौशाला से करोड़ों रुपये की अवैध शराब बरामद की। पुलिस ने दर्जनों ड्रम केमिकल, हजारों शीशियां, रैपर और शराब बनाने के उपकरण भी बरामद किए हैं। रात में भी कार्रवाई जारी रही। पुलिस बरामद शराब और उपकरणों की कीमत लगभग 10 करोड़ रुपये बता रही है।
मिट्टी में छुपाए थे रसायन के ड्रम, जेसीबी से खुदाई कर निकाला जखीरा
हथिगवां थाना क्षेत्र के नौबस्ता परसीपुर में पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से एक शराब माफिया के फार्म हाउस पर छापा मारा। फार्महाउस में कथित रूप से निर्मित एक गौशाला में पुआल की आड़ में अवैध शराब को छुपाया गया था। रसायन अंदर रखा जाता था। शराब माफिया ने रेक्टिफाइड स्प्रिट और केमिकल को ड्रमों में भरकर फार्म हाउस परिसर में भूसे के अंदर छिपा दिया। पुलिस को देखकर फार्म हाउस में मौजूद लोग भाग निकले। बताया गया कि शुक्रवार शाम करीब 6 बजे पुलिस की कार्रवाई शुरू हुई। फार्म हाउस के मालिक शराब माफिया ने परिसर के अंदर कथित रूप से बनाए गए गौशाला में भूसे के अंदर छिपाकर रखी गई अवैध शराब रख रखी थी। उसकी बरामदगी के लिए जेसीबी मशीन बुलाई गई। जेसीबी से खुदाई के बाद अवैध शराब का जखीरा निकाला गया
छह मशीनें बरामद,
पुलिस ने भूसे में छिपाई गई छह शराब पैकिंग मशीनों को भी बरामद किया है। इसके साथ ही बोतलों पर लगाने के लिए लगभग 1.5 मिलियन रैपर और बारकोड बरामद किए गए हैं। पुलिस ने फार्म हाउस परिसर में मिट्टी के अंदर छिपे रासायनिक ड्रमों के बारे में भी बताया।
उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए
हल्का इंस्पेक्टर हंसराज दुबे और बीट सिपाही जितेंद्र चौहान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। एडीजी प्रेम प्रकाश ने इस अवैध कारोबार के लिए पूर्व एसओ उदय त्रिपाठी को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि उन्हें लाइन हाजिर करने के बाद दंगा नियंत्रण के लिए पहले ही भेज दिया गया था, अब इतनी बड़ी कार्रवाई के बाद, एडीजी ने बताया कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी जांच की भी सिफारिश की गई है। उन्होंने आईजी रेंज स्तर पर उच्च स्तरीय जांच के निर्देश भी दिए हैं।
बनाई गयी अस्थायी चौकी
एडीजी ने कहा कि कार्रवाई काफी आगे बढ़ जाएगी। इसलिए वर्तमान में, गांव में एक अस्थायी पुलिस चौकी बनाई गई है। इस पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
एडीजी ने बताया
एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि यह फार्म हाउस गुड्डू सिंह का है। एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा कि अवैध रूप शराब कारोबारी और फार्म हाउस के मालिक गुड्डू सिंह की की माँ गाँव की निवर्तमान प्रधान हैं। कार्रवाई में करीब 10 करोड़ की रिकवरी की गई है। माल्टा दरोगा और बीट के सैनिकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए पूर्व एसएचओ के खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी जांच की सिफारिश की गई है।
आईजी ने कहा
आईजी केपी सिंह ने कहा कि खबर लिखे जाने तक इस कार्रवाई में 96 ड्रम बरामद किए गए थे। इनमें ओपी (शराब बनाने का रसायन) शामिल था। उन्होंने प्रत्येक ड्रम की कीमत दो लाख रुपये बताई। लगभग सभी ब्रांडों के 36 बोरे मिले हैं। आईजी के अनुसार, फार्म हाउस के अंदर एक लाख 23 हजार बोतल भी मिली हैं। इन बोतलों में बनी अवैध शराब को भरकर बेचा जाता था। पुलिस ने 27 सौ गत्ता और 133 पेटी शराब भी बरामद की है। इस शराब को एक स्थानीय ब्रांड के रूप में दर्शाया गया था। इस शराब को माफिया जिले के साथ आसपास के कई जिलों में आपूर्ति की जाती थी।
आईजी ने बताया कि मिट्टी के अंदर करीब सौ ड्रम केमिकल छिपाए गए हैं। मिट्टी खोदकर उन्हें बरामद किया जा रहा है। पुलिस ने आशंका व्यक्त की है कि शराब बनाने और पैकिंग करने वाली मशीन भूसे के नीचे छिपाई गई थी। उसे भी हटाकर देखा जाएगा। साभार-आँखोंदेखी लाइव
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