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गाजियाबाद महागुनपुरम सोसायटी में रविवार को दूषित पानी पीने से बीमार बच्चो
गाजियाबाद : महागुनपुरम सोसायटी में रविवार को दूषित पानी पीने से बीमार बच्चों की संख्या 150 से अधिक हो गई है। दस बीमार लोगों का जिला एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज कराया गया। देर शाम को सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया। विनायक टावर में रहने वाले अभिषेक त्रिपाठी की सात वर्षीय बेटी अनिका त्रिपाठी को हालत बिगड़ने पर संयुक्त अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूरी सोसायटी में दूषित पानी की हो रही थी आपूर्ति
तकनीकी जांच में मेंटेनेंस कंपनी की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। जांच में पाया गया कि पूरी सोसायटी में दूषित पानी की आपूर्ति हो रही थी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेंटेनेंस कंपनी सीएसके के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ ही एफआइआर कराने की तैयारी भी चल रही है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा सोसायटी के प्रत्येक घर में पानी की जांच के लिए अलग से संयुक्त समिति का गठन कर दिया गया है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अलावा नगर निगम, जल निगम, जीडीए और प्रशासन के अफसरों को नामित किया गया है।
बीमार बच्चों का घर पर इलाज
निजी चिकित्सकों से बीमार बच्चों एवं बुजुर्गो का उपचार कराया जा रहा है। सोसायटी की चार टावरों के करीब सौ फ्लैटों में कोई न कोई बीमार है। रिद्धि टावर में सात वर्षीय निवाण की तबीयत खराब है। भागीरथी टावर में मिस्टी को उल्टी-दस्त के साथ ही बुखार भी आ रहा है। विनायक टावर में आदित्य चौहान की तबीयत खराब है। नीलम, पूजा, रवीता और एम सी वर्मा के घर में भी बच्चे बीमार हैं।
एसटीपी टैंक में मरी हुई छिपकली मिली
रविवार को सोसायटी के गोदावरी टावर के एसटीपी टैंक में जांच के दौरान मरी हुई छिपकली पड़ी मिली और प्लास्टिक का ढ़ेर भी मिला। जांच के दौरान काला पानी देखकर विशेषज्ञ भी चौंक गए। एसटीपी का पानी पार्को में सिचाई के लिए इस्तेमाल किया जाता है। एओए और सोसायटी निवासी आपस में भिड़े
रविवार सुबह अपार्टमेंट आनर्स एसोसिएशन (एओए) के पदाधिकारी एवं स्थानीय नागरिकों के बीच खूब नोकझोंक हुई। आरोप-प्रत्यारोप लगते रहे और दोनों पक्षों में तनातनी बढ़ गई। बड़ी मुश्किल से विवाद खत्म हुआ। दरअसल, बिल्डर एवं मेंटेनेंस कंपनी सीएसके के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के लिए पदाधिकारी तहरीर लिख रहे थे। इतने में सोसायटी के लोग वहां पहुंच गए। सोसायटी निवासियों ने एओए पर आरोप लगाया कि आरोपितों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। वह उन्हें साथ लेकर नहीं चल रहे हैं। डीएम तक सोसायटी में नहीं आए हैं। गुस्साए लोगों ने कहा कि वह भी मेंटेनेंस के अधिकारियों को एसटीपी का पानी पिलाकर रहेंगे।
बिल्डर एवं मेंटेनेंस कंपनी के खिलाफ दी तहरीर, जांच शुरू
सोसायटी में दूषित पानी पीने से बीमार बच्चों एवं बुजुर्गो को लेकर एओए अध्यक्ष नवीन तोमर ने कविनगर थाने में बिल्डर एवं मेंटेनेंस कंपनी सीएसके के खिलाफ तहरीर देकर एफआइआर दर्ज कराने का अनुरोध किया है। तहरीर में आरोप लगाया गया है कि दूषित पानी की आपूर्ति बिल्डर एवं मेंटेनेंस कंपनी की लापरवाही के चलते ही हुई है। बच्चों की जान से खिलवाड़ करने वाली कंपनी पर कार्रवाई जरूरी है। उधर थाना प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार सिंह का कहना है कि तहरीर नहीं मिली है। मिलते ही जांच कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सोसायटी में नहीं है सीवर लाइन
महागुनपुरम सोसायटी में बच्चों के बीमार होने से पहले यहां के निवासियों ने कई बार जीडीए व बिल्डर के साथ बैठक कर सीवर लाइन डालने की मांग की थी। लेकिन जीडीए और बिल्डर ने इस पर सुनवाई नहीं की। इस सोसायटी में अन्य कई समस्याएं हैं। यहां पर टावर का प्लास्टर छुटकर गिरता रहता है। लिफ्ट की बड़ी समस्या है। यहां पर 11 टावर हैं। इनमें लिफ्ट खराब होती रहती है। कुछ दिन पहले एक युवती लिफ्ट में 20 मिनट तक फंसी रही थी। सोसायटी को बिल्डर द्वारा एओए को हैंडओवर नहीं किया गया है। इसके चलते मेंटेनेंस की कमान बिल्डर एवं उनके स्वजन के हाथों में ही है। आए दिन लोग मेंटेनेंस कंपनी के कर्मचारियों की कार्यप्रणाली से नाराज होकर हंगामा करने को मजबूर होते हैं।
दूषित पानी की आपूर्ति होने से बच्चे बीमार हो रहे हैं। पेट में दर्द, उल्टी-दस्त और सिर दर्द से बच्चे ही नहीं महिला व बुजुर्ग भी परेशान हैं। निजी चिकित्सकों को दिखाकर दवा ले रहे हैं। प्रशासन स्तर पर बिल्डर के खिलाफ सख्त कार्रवाई किया जाना जरूरी है।
-शरद वर्मा
महंगे दामों पर फ्लैट खरीदने के पीछे केवल पाश इलाका होना ही मकसद था, लेकिन इतनी विकसित सोसायटी में दूषित पानी की आपूर्ति होगी, ऐसा सोचा भी नहीं था। बिल्डर, मेंटेनेंस कंपनी और एओए के पदाधिकारी लोगों की इस समस्या को लेकर अभी भी गंभीर नहीं हैं।
-विशाल खेड़ा
दूषित पानी पीने से बीमार होने वाले बच्चों की संख्या बढ़ रही है। रविवार को संख्या डेढ़ सौ से अधिक हो गई। डर की वजह से लोग बाहर से पानी खरीदकर पी रहे हैं। बिल्डर एवं मेंटेनेंस कंपनी द्वारा स्वच्छ पेयजल आपूर्ति को लेकर इंतजाम नहीं किए गए हैं। मैं भी बाहर से पानी खरीदकर पी रहा हूं।
– जितेश भारद्वाज
बीस दिन से पानी दूषित आ रहा था। इसकी शिकायत भी की गई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई।
-अनुराग शरण
बीमार बच्चे एवं बुजुर्गो की संख्या बढ़ गई है। रविवार को चिकित्सकों की टीम सोसायटी में नहीं पहुंची। स्वास्थ्य विभाग एवं बिल्डर द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। बिल्डर एवं मेंटेनेंस कंपनी सीएसके के खिलाफ एफआइआर के लिए कविनगर थाने में तहरीर दे दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के खिलाफ सोमवार को प्रदर्शन किया जाएगा।
– नवीन तोमर, अध्यक्ष अपार्टमेंट आनर्स एसोसिएशन महागुनपुरम सोसायटी
घटना दुखद है। पानी की टंकी एवं एसटीपी टैंकों की जांच कराई जा रही है। पानी के सैंपल लेकर जांच को भेज दिए गए हैं। एओए की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर की जानकारी है। हर जांच के लिए तैयार हैं। नागरिकों की सुविधा के लिए बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं। संज्ञान में आते ही टंकी से दूषित पानी की सफाई करवाते हुए स्वच्छ पानी भरवा दिया गया है।
– आशु अग्रवाल, प्रबंधक, सीएसके मेंटेनेंस कंपनी
शनिवार को लिए गए पानी के आठ सैंपल फ्रीजर में रखवा दिए गए हैं। सोमवार को केंद्र सरकार की लैब में जांच के लिए भेजे जाएंगे। रविवार को तकनीकी टीम ने पानी के और सैंपल लिए हैं। एसटीपी टैंक और पानी की टंकी की जांच करने पर पाया गया कि सोसायटी में दूषित पानी की आपूर्ति की जा रही थी। डोर टू डोर पानी की जांच के लिए संयुक्त समिति का गठन कर दिया गया है। मेंटेनेंस कंपनी सीएसके के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।साभार-दैनिक जागरण
– ज्ञानेंद्र कुमार मिश्रा, जिला मलेरिया अधिकारी
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