गाजियाबाद पेटीएम केवाइसी के नाम पर खाते से निकाले गए 2.25 लाख रुपये पीड़ि
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : पेटीएम केवाइसी के नाम पर खाते से निकाले गए 2.25 लाख रुपये पीड़ित के खाते वापस आ गए हैं। पीड़ित ने समय रहते बैंक को सूचना दे साइबर सेल को भी शिकायत दे दी थी। यूपीआइ के जरिये हुई ट्रांजेक्शन के संबंध में साइबर सेल ने 72 घंटे से पहले ई-मेल भेज दिया, जिस कारण रकम खाते में आ गई।
मोबाइल हैक कर निकाले गए थे रुपये
साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार कौशांबी में रहने वाले देव कुमार घटक की शिकायत पर साइबर सेल की रिपोर्ट के बाद कौशांबी थाने में केस दर्ज किया गया था। निजी कंपनी से रिटायर्ड देव कुमार घटक को नौ फरवरी को एक काल आई थी। कालर ने खुद को पेटीएम से बता केवाइसी पूरी कराने को कहा। लिक भेजकर मोबाइल हैक करने वाला एप डाउनलोड कराया और फिर झांसे में लेकर उनके आइडीएफसी फर्स्ट बैंक खाते के डेबिट कार्ड की जानकारी डलवा ली। यूपीआइ पिन डालने के बाद पांच मिनट में उनके खाते से 8-10 ट्रांजेक्शन हो गईं। वह कुछ समझ पाते, इससे पहले ही ठगों ने 2.25 लाख रुपये अलग-अलग ई-वालेट में जोड़ लिए।
ठगों की पहचान में जुटी पुलिस
सुमित कुमार ने बताया कि पीड़ित के समय रहते सूचना देने के चलते साइबर सेल ने यूपीआइ को ई-मेल भेजकर ठगी की जानकारी दी। इस कारण रुपये वापस आ गए। यूपीआइ से अलग-अलग वालेट की जानकारी मिल गई है। इससे ठगों की पहचान कर रहे हैं। जल्द ही इन्हें गिरफ्तार करेंगे। बुधवार शाम खाते में पैसे आने के बाद देव कुमार ने ट्वीट कर गाजियाबाद पुलिस और साइबर सेल का आभार जताया है।
बरतें ये सावधानी
– मैसेज में भेजे गए किसी भी लिक पर क्लिक न करें।
– केवाइसी के नाम पर कभी भी यूपीआइ पिन न डालें।
– पेटीएम केवाइसी के लिए एप के माध्यम से ही शिकायत डालें।
– ठगी होने पर तुरंत पुलिस व बैंक को सूचना दें
– कस्टमर केयर का नंबर गूगल पर सर्च न करें। अधिकृत साइट पर जाकर कस्टमर केयर नंबर देखें।साभार-दैनिक जागरण
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