Haridwar Kumbh 2021 उत्तराखंड सरकार ने यूपी सरकार को पत्र भेजकर अनुरोध किया है कि श्रद्धालु यात्रियों की यात्रा से पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जाए। जिन यात्रियों के पास मेडिकल सर्टिफिकेट और कोरोना टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट नहीं है उन्हें यात्रा की अनुमति न दी जाए।
लखनऊ। उत्तराखंड के हरिद्वार में 27 फरवरी से 30 अप्रैल, 2021 तक कुंभ मेला प्रस्तावित है। कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार से कुंभ के दौरान नई बसें नहीं चलाने का अनुरोध किया है। उत्तराखंड सरकार ने पत्र भेजकर यह भी अनुरोध किया है कि श्रद्धालु यात्रियों की यात्रा से पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जाए। जिन यात्रियों के पास मेडिकल सर्टिफिकेट और कोरोना टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट नहीं है, उन्हें यात्रा की अनुमति न दी जाए। कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा भी एसओपी जारी की गई है, जिसमें निर्देश दिया गया है कि कुंभ मेला यात्रा के लिए पंजीकरण की वही अनिवार्य प्रक्रिया अपनाई जाए, जो अमरनाथ जी की यात्रा के लिए अपनाई जा रही है।
हरिद्वार में कुंभ स्नान के लिए आने वाले यात्रियों को मेला पास जारी किए जाएंगे। बिना पास के किसी यात्री को कुंभ मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। कुंभ मेला ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों का टीकाकरण भी होगा। मेला प्रशासन के अनुसार कुंभ के दौरान देशभर से हरिद्वार आने वाले यात्रियों को अपना रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। इसके लिए यात्रियों को आरटीपीसीआर रिपोर्ट, मेडिकल प्रमाणपत्र और पहचान पत्र को अधिकृत पोर्टल पर अपलोड करना होगा। इसके बाद यात्री को कुंभ मेला पास जारी किया जाएगा।
हरिद्वार में कुंभ स्नान के लिए आने वाले यात्रियों के रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल तैयार हो गया है। हरिद्वार आगमन से पहले यात्रियों को इस पोर्टल पर अपनी आरटीपीसीआर रिपोर्ट, मेडिकल प्रमाणपत्र और पहचान पत्र अपलोड करना होगा। यात्रियों को ऑनलाइन ही पास जारी किए जाएंगे। यात्री रजिस्ट्रेशन के लिए haridwarkumbhmela2021.com पर आवेदन कर सकते हैं।
बता दें कि कुंभ मेला हर 12वें वर्ष हरिद्वार, प्रयागराज, उज्जैन और नासिक में आयोजित किया जाता है। हालांकि, कुंभ मेले के इतिहास में पहली बार पहली बार जब हरिद्वार में यह 12 साल की बजाए 11वें साल में आयोजित हो रहा है। वर्ष 2022 में लगने वाला कुंभ मेला इस साल हरिद्वार में होने वाला है, क्योंकि ग्रह-गोचर चल रहे हैं।दरअसल, अमृत योग का निर्माण काल गणना के अनुसार होता है। जब कुंभ राशि का गुरु आर्य के सूर्य में परिवर्तित होता है। अर्थात गुरु, कुंभ राशि में नहीं होंगे। इसलिए इस बार 11वें साल में कुंभ का आयोजन हो रहा है। 83 वर्षों की अवधि के बाद, इस वर्ष यह अवसर आया है। इससे पहले, इस तरह की घटना वर्ष 1760, 1885 और 1938 में हुई थी।साभार-दैनिक जागरण
शाही स्नान की प्रमुख तिथियां
- 11 मार्च 2021 : गुरुवार : महाशिवरात्रि
- 12 अप्रैल 2021 : सोमवार : सोमवती अमावस्या
- 14 अप्रैल 2021 : बुधवार : मेष संक्रांति और वैशाखी
- 27 अप्रैल 2021 : मंगलवार : चैत्र माह की पूर्णिमा
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