क्या हो रहा है वायरल: सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। पोस्ट में 5 फोटो का एक कोलाज है। कोलाज में देखा जा सकता है कि पंजाब में लगे साइन बोर्ड पर हिंदी में लिखे एड्रेस को काले रंग से पोता जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि कृषि बिल के विरोध में जियो टावर तोड़ने के बाद, अब किसान साइन बोर्ड पर हिंदी में लिखे एड्रेस को काले रंग से पोत रहे हैं।
कैप्शन में लिखा है, ‘असली चेहरा अब सामने आ रहा है। टावर तोड़ने के बाद अब पंजाब में हिंदी नही चलेगी।’
असली चेहरा अब सामने आ रहा है
टॉवर तोड़ने के बाद अब पंजाब में हिंदी नही चलेगी pic.twitter.com/b14aQUk59N
— रमेश पाँचाल (@panchal881977) January 9, 2021
और सच क्या है?
- फोटो की सच्चाई जानने के लिए हमने इस मुद्दे से जुड़े की-वर्ड्स इंटरनेट पर सर्च किए। सर्च रिजल्ट में हमें इस कोलाज की एक फोटो खबर के साथ हिंदुस्तान टाइम्स की वेबसाइट पर मिली।
- वेबसाइट के मुताबिक, साइन बोर्ड पर पंजाबी भाषा में लिखे एड्रेस को हिंदी और अंग्रेजी भाषा के नीचे लिखा गया था। जिसके विरोध में पंजाब के लोगों ने हिंदी और अंग्रेजी भाषा को काले रंग से पोता था। ये खबर वेबसाइट पर 25 अक्टूबर, 2017 को पब्लिश हुई थी।
- कोलाज की अगली फोटो खबर के साथ हमें ट्रिब्यून इंडिया की वेबसाइट पर मिली। वेबसाइट के मुताबिक, ये फोटो 21 अक्टूबर, 2017 में ‘पंजाबी बचाओ आंदोलन’ के दौरान की है। वेबसाइट ने ये खबर 22 अक्टूबर 2017 को पब्लिश की थी।
- पड़ताल करने पर सामने आया कि कोलाज में लगी बाकी फोटो भी 2017 में हुए ‘पंजाबी बचाओ आंदोलन’ के दौरान की हैं।
- साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं फोटोज 3 साल पुरानी हैं। इन फोटो का कनेक्शन किसान आंदोलन से नहीं है।साभार-दैनिक भास्कर
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