राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल मेें टीके के भंडारण को लेकर तैयारियां पूरी, पढ़ें हर एक डिटेल

– दो कोल्ड चेन प्वाइंट्स बनाने के लिए सभी जरूरी संसाधन अस्पताल पहुंचे
– 25 दिसंबर तक डीप फ्रीजर भी आ जाएंगे

राजधानी में लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाने के लिए जोरशोर से तैयारियां चल रही हैं। वैक्सीन के सबसे बड़े केंद्र राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में टीके के भंडारण को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं। वैक्सीन सेंटर लगभग बनकर तैयार हो गया है।

अस्पताल में  कोल्ड चेन उपकरणों की पहली खेप पहुंच चुकी है। 25 दिसंबर तक डीप फ्रीजर भी लगा दिए जायँगे। यह उत्तर भारत का पहला कोल्ड चेन होगा। इस महीने के अंत तक विदेश से वैक्सीन आने की भी बात कही जा रही है। जिसको यहां सुरक्षित तरीके से रखा जा सकेगा।

दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अस्पताल परिसर के वैक्सीन सेंटर में टीके के भंडारण को लेकर सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। वैक्सीन भंडारण केंद्र के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। इसके साथ ही इमारत में टाइल और फर्श का काम पूरा हो गया है।
कुछ दिनों में वैक्सीन केंद्र में टीके के रखरखाव और वितरण के लिए दो कोल्डचेन प्वाइंट्स लगाने के लिए सबसे जरूरी संसाधन अस्पताल पहुंच जाएंगे। जानकारी के अनुसार 25 दिसंबर को 5 डीप फ्रीजर्स भी आ जाएंगे। उन्होंने बताया कि सबसे पहले कोरोना वायरस का टीका 40 लाख लोगों को लगेगा।

दिल्ली में सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों, बुजुर्ग और बच्चों को लगेगा टीकाः सत्येंद्र जैन
अलग-अलग चरणों में इन लोगों को टीके की दो-दो डोज लगेंगी। सबसे पहले दिल्ली के करीब तीन लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों को डोज दी जाएगी। सरकारी और निजी अस्पतालों में तैनात स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीके की डोज लगने के बाद पुलिस और सिविक एजेंसी के जवानों को शामिल किया जाएगा।

राजीव गांधी अस्पताल के कोविड नोडल अधिकारी डॉक्टर अजीत जैन ने बताया कि वैक्सीन भंडारण केंद्र मेें अस्पताल की ओर से टीके के रखरखाव संबंधी सभी सहायता की जा रही है। काम पूरा होने के बाद यहां बन रहें केंद्र मे कई करोड़ डोज सुरक्षित रखी जा सकेगी।

विशेष नियंत्रण कक्ष बनाया जाएगा
विभाग के अधिकारी के मुताबिक, वैक्सीन के वितरण सबंधी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए एक विशेष नियंत्रण कक्ष बनाया जाएगा। वितरण में जो कर्मचारी शामिल होंगे। उन्हें विशेष परिक्षण भी दिया जाएगा। राजीव गांधी अस्पताल के अलावा एम्स और एलएनजेपी जैसे अस्पतालों में भी टीके को रखने की सुविधा की जाएगी।

तीन सप्ताह में सभी को लगाया जा सकता है टीका
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों, बुजुर्ग और बच्चों को वैक्सीन दी जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार, दिल्ली की पूरी आबादी को टीका लगाने में पूरी तरह सक्षम है। वैक्सीन आने के बाद तीन से चार हफ्तों में सारी दिल्ली को वैक्सीन लगाई जा सकेगी। इसके लिए सरकार के पास काफी संख्या मेें मोहल्ला क्लीनिक, पॉलीक्लिनिक, डिस्पेंसरीज और अस्पताल हैं।

उन्होंने बताया कि सबसे पहले कोरोना वायरस का टीका 40 लाख लोगों को लगेगा। अलग-अलग चरणों में इन लोगों को टीके की दो-दो डोज लगेंगी। एक से दूसरी डोज के बीच 28 दिन का अंतराल होगा। दिल्ली सरकार का मानना है कि अगर राजधानी के प्रत्येक व्यक्ति को टीकाकरण कराने की अनुमति मिलती है तो चार करोड़ डोज अकेले दिल्ली को मिलनी चाहिए। फिलहाल दिल्ली ने केंद्र को जो सूची सौंपी है उनमें 25 से 30 फीसदी आबादी को टीका पाने योग्य बताया है।साभार-अमर उजाला

आपका साथ – इन खबरों के बारे आपकी क्या राय है। हमें फेसबुक पर कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं। शहर से लेकर देश तक की ताजा खबरें व वीडियो देखने लिए हमारे इस फेसबुक पेज को लाइक करें।

 

Exit mobile version