साहिबाबाद। आंदोलन के 21वें दिन यूपी गेट पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश से दस खापों के चौधरियों ने भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत की अध्यक्षता में आंदोलनरत किसानों को समर्थन दिया। सभी ने सरकार को बिना देरी किए कानूनों को वापस लेने के लिए कहा। खापों के चौधरियों ने सरकार को ललकारते हुए कहा कि सरकार गांवों में पंचायत करेगी तो उसके जवाब में किसान भी गांवों में जन-जागरण अभियान चलाएंगे। खाप पंचायतों ने आज तक जो निर्णय लिया है, उसे अंजाम तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि नेता वोट मांगने सड़क पर निकलते हैं तो उन्हें किसानों से वार्ता करने के लिए भी सड़क पर आना होगा।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि पुलिस प्रशासन ने आठ – दस खाप पंचायतों के मुखिया को घर पर रोक रखा है तो हमने उनसे कहा है कि जहां प्रशासन रोक रहा है वहीं पर टेंट और लंगर लगाकर बैठ जाएं। आंदोलन के बारे में जो भी निर्णय होगा वो सिंघु बॉर्डर पर कमेटी करेगी। हरियाणा बॉर्डर और सभी जगह पर खाप पंचायत आकर बैठ गए हैं। सरकार को भी कोई कड़ी ऐसी नहीं मिल रही जहां से वो चोट कर सके। पूरे देश का किसान एकजुट है। पंचायत में देसवाल खाप के चौधरी स्वर्णबीर ने कहा कि मैं सबसे पहले किसान हूं, किसानों की लड़ाई में साथ भी हूं, किसानों की बनी कमेटी जो भी फैसला करेगी वो मान्य होगा।
अहलावत खाप के चौधरी गजेंद्र सिंह अहलावत ने कहा कि सरकार अपनी जिद छोड़कर समाधान निकाले। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का सम्मान करते हैं। जो कमेटी निर्णय लेगी उसका समर्थन करते हैं। तालान खाप के चौधरी सुनील तालान ने कहा कि सरकार का कृषि कानून एक तरह से वो कॉन्ट्रेक्ट है जो ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल के साथ किया था। जिसमें कोई किसी पर मुकदमा नहीं कर सकता था, कोई किसी को रोक नहीं सकता। देश अब उपनिवेश की तरफ जा रहा है पहले तो एक ईस्ट इंडिया कंपनी थी लेकिन अब कई रियासतें बनने के लिए तैयार हैं।
सभी खापों के मंत्री सुभाष बालियान ने कहा कि सरकार की पंचायतों के विरोध में किसान भी जन-जागरण अभियान चलाएगा। इसका समर्थन सभी ने ताली बजाकर किया। सौदान खाप के खंभेदार सौदान सिंह ने कहा कि सरकार इतनी सर्दी में भी किसानों को लेकर चेत नहीं रही। पूरी खाप किसानों के साथ है। पंवार खाप के देवी सिंह, लाठियान खान के वीरेंद्र सिंह चौधरी ने किसानों को पूर्ण रूप से समर्थन दिया।
गुर्जर खाप के मैनपाल चौहान गुर्जर, बत्तीसा खाप के चौधरी सूरजमल चौधरी, गठवाल खाप के प्रतिनिधि बाबा श्याम सिंह गठवाला ने कहा कि सरकार ने जो तीन कानून बनाए उसे किसान नहीं मानता। अब सुप्रीम कोर्ट बीच में आया है तो समाधान होगा। गठवाला खाप के चौधरी हरकिशन सिंह के प्रतिनिधि चौधरी रमेश मलिक, सरदार मंजीत सिंह गठवाल खाप, ब्राह्मण समाज की तरफ से राजपाल शर्मा, सिख समाज से सरदार लखविंदर सिंह, गुलिया खाप के जोगिंदर सिंह ने भी सरकार को कृषि कानूनों पर सचेत किया।साभार-अमर उजाला
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