दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण की गंभीर तीसरी लहर के बावजूद, स्थिति नियंत्रण से बाहर नहीं हुई है
नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने शुक्रवार को कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की जिंदगी मायने रखती है इसलिए कोविड-19 (COVID-19) से बचाव के लिए टीके के लिए कोई भी वीआईपी अथवा गैर वीपीआईपी श्रेणी नहीं होनी चाहिए बल्कि इसके लिए कोरोना योद्धाओं,वरिष्ठ नागरिकों और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा अनुमान है कि टीके के वितरण की योजना केन्द्र सरकार बनाएगी, लेकिन वह ‘प्राथमिकता आधारित’ टीकाकरण को वरीयता देंगे जिसकी प्रकृति राजनीतिक न हो कर तकनीकी होगी.
केजरीवाल ने एक मीडिया इवेंट के दौरान कहा, ‘पूरी दुनिया और दिल्ली सरकार बेसब्री से टीके का इंतजार कर रही है अनुमान है कि वितरण योजना केंद्र सरकार तैयार करेगी. अगर वे हमसे सुझाव मांगते हैं… जब लोगों के टीकाकरण की बात आती है तो वीआईपी अथवा गैर-वीआईपी श्रेणियां नहीं होनी चाहिए. सभी समान हैं और सभी का जीवन महत्वपूर्ण है.’ केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की गंभीर तीसरी लहर के बावजूद, स्थिति नियंत्रण से बाहर नहीं हुई है क्योंकि शहर की सरकार ‘दिल्ली मॉडल’ के तहत परीक्षण,संक्रमितों का पता लगाना, पृथक-वास में भेजने आदि कार्य तेजी से कर रही है.
बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में शुक्रवार को गुरुवार के मुकाबले कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus Infection) के 938 मामले कम आए. शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या दिल्ली में 6,608 दर्ज की गई, जबकि गुरुवार को वह 7546 की गई थी. पिछले 24 घंटे में शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव 118 मरीजों की मौत दिल्ली में हुई है. यह आंकड़ा गुरुवार को दर्ज किए गए आंकड़े से ज्यादा है. गुरुवार को दिल्ली में कोरोना से 24 घंटे में कुल 98 मरीजों की मौत हुई थी.
दिल्ली में सर्वे के लिए घर-घर जाएंगी टीमें
देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार से कोरोना (Corona) को लेकर घर-घर सर्वे (Survey) शुरू हो रहा है. कोरोना को लेकर होने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा सर्वे होगा. गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के बीच हुई बैठक में इस सर्वे पर सहमति बनी थी. सर्वे के दौरान 9500 टीमें 13-14 लाख घरों में जाएंगी. हर टीम में 2 से 5 लोग होंगे. यह दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की टीमें होंगी. दिल्ली के 11 ज़िलों में करीब 57 लाख लोगों की सर्वे के दौरन जांच की जाएगी. यानी यह दिल्ली की चौथाई आबादी पर सर्वे होगा. खास बात यह है कि घनी आबादी और कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोगों का भी सर्वे होगा.साभार-न्यूज़18
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