गाजियाबाद। निगम प्रशासन का एक और चमत्कार सामने आया है। निगम के स्ट्रीट लाइट विभाग में डेप्युटेंशन यानि प्रतिनियुक्ति पर कार्य कर रहे एक इंजीनियर को निगम ने लाइट इंस्पेक्टर बना दिया है। निगम की हिस्ट्री में ऐसा पहली बार केस सामने आया है।
ऐसे में अब परेशान इंजीनियर यहां से अपना तबादला कराने की जुगत में जुटे हैं। नगर निगम गाजियाबाद के लाइट विभाग में गजेंद्र शर्मा जूनियर इंजीनियर के पद पर नौकरी करते हैं। शर्मा की मूल नियुक्ति हापुड़ विकास प्राधिकरण में है। नगर निगम प्रशासन ने चार वर्ष पहले शासन को पत्र लिखकर एक इंजीनियर को अपने यहां लाइट विभाग में अस्थाई तौर पर तैनात करने की मांग की थी। शासन ने इस मामले में एक्शन लेते हुए इस मांग को पूरा कर दिया।
पिलखुवा-हापुड़ विकास प्राधिकरण में तैनात जूनियर इंजीनियर गजेंद्र सिंह को यहां लाइट विभाग में तैनात कर दिया। लंबे समय से वह सप्ताह में दो दिन नगर निगम गाजियाबाद में बैठते हैं। बाकी दिनो में वह पिलखुवा-हापुड़ विकास प्राधिकरण में कार्य करते हैं। मगर अब उनके टेंशन भरे दिन चल रहे हैं। उन्हें अतिरिक्त प्रभार तो नगर निगम ने दिया नहीं उल्टे उनका ऑरल डिमोशन कर दिया। उन्हें नगर निगम प्रशासन ने मुख्यालय से हटाकर मोहननगर जोन में लाइट इंस्पेक्टर के पद पर तैनाती दे दी है। अब वह खड़े होकर वहां लाइट लगवाने का कार्य कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि इससे दुखी जेई अब निगम से अपना ट्रांसफर कराने की कोशिश में लगे हैं।
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