यूपी सरकार का बड़ा फैसला, अयोध्या में अनवरत रामलीला पर लगा ग्रहण – नहीं सजेंगे दुर्गा पूजा के पंडाल

उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के व्यापक होते खतरे से निपटने के लिये सोमवार को बड़ा फैसला किया है। राज्य सरकार ने दुर्गा पूजा व अयोध्या में चल रही 2004 से अनवरत रामलीला के सार्वजनिक आयोजन पर पूरी तरह से रोक लगा दी है।

लखनऊ। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने दुर्गा पूजा के आयोजन को लेकर बड़ा फैसला किया है। कोराना महामारी के चलते राज्य में दुर्गा पूजा के सार्वजनिक आयोजन पर रोक रहेगी. इसके अलावा कोई भी सार्वजनिक आयोजन सड़कों या पांडालों में नहीं होगा। राज्य सरकार का कहना है कि लोग अपने घरों में दुर्गा प्रतिमा की स्थापना कर सकते हैं।

साथ ही साथ अयोध्या में चल रही 2004 से अनवरत रात रामलीला का भविष्य एक बार फिर अधर में है। कोरोना काल के वजह से अयोध्या में होने वाली अनवरत रामलीला 21 मार्च से ही बंद है जिससे रामलीला मंचन से जुड़े हुए करीब 600 कलाकारों की जीवका भी प्रभावित है। अनलॉक होते ही अयोध्या शोध संस्थान ने ओपन रामलीला की योजना बनाई जिला प्रशासन से अनुमति मांगी थी लेकिन अब जिला प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते मरीजों के वजह से ओपन रामलीला के मंचन को भी मंजूरी नहीं दी।

वर्चुअल रामलीला का प्रस्ताव-

अब अयोध्या शोध संस्थान से जुड़े हुए कलाकारों को लाभान्वित करने के लिए वर्चुअल रामलीला का मंचन कराया जाएगा, जिसके लिए कुछ पारिश्रमिक भी कलाकार और रामलीला मंडलियों को देने की योजना बनाई जा रही है। जिसमें रामलीला के प्रसंगों पर आधे घंटे का वीडियो शूट करके अयोध्या शोध संस्थान को भेजना होगा, जिस पर अयोध्या शोध संस्थान कलाकारों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करेगा।

क्या कहना है अवध रामलीला मंडली के अध्यक्ष का-

वहीं, अवध रामलीला मंडली के अध्यक्ष और विदेशों तक रामलीला का परचम लहराने वाले अवध रामलीला मंडली के अध्यक्ष महंत मनीष दास ने कहा कि यह संकट का समय है, रामलीला से जुड़े और सांस्कृतिक कलाओं से जुड़े लोगों के सामने जीवकापार्जन का संकट खड़ा हो गया है. अयोध्या में अयोध्या शोध संस्थान के द्वारा संचालित अनवरत रामलीला में बड़ी संख्या में कलाकारों के संरक्षण का कार्य होता रहा है, लेकिन कोरोना काल में सभी तरीके की रामलीला बंद है. रामलीला के क्षेत्र में जुड़े हुए कलाकारों के परिवारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा है.

इससे पहले राज्य सरकार ने मोहर्रम पर भी ताजिये निकालने पर प्रतिबंध लगाया था. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण का कहर जारी है। प्रतिदिन औसत तीन से चार हजार केस आ रहे हैं। इसके चलते राज्य सरकार हर स्तर पर एहतियात बरत रही है। वहीं, दुर्गा पूजा के आयोजन पर सरकार की रोक की मंशा यही है कि भीड़ न बढ़े और महामारी को नियंत्रित किया जा सके। सरकार जनता से लगातार अपील कर रही है कि सार्वजनिक जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और बाहर निकले तो मास्क लगाकर रखें।

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