हमारा गाजियाबाद ब्यूरो। पुलिस ने लॉकडाउन में नौकरी गंवा चुके बेरोजगार लोगों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। एक आरोपी पकड़ा गया है। एप से बेरोजगारों का डाटा चोरी कर फोन कर नौकरी लगवाने का झांसा देते थे। फीस के नाम पर रुपये ट्रांसफर कराकर सिम बंद कर देते थे। पुलिस ने 23 मोबाइल और 12 कंप्यूटर भी बरामद किए हैं। दो आरोपी फरार हैं।
सीओ इंदिरापुरम अंशु जैन ने बताया कि इंदिरापुरम पुलिस को वसुंधरा सेक्टर-14 में एक कॉल सेंटर चलने की सूचना मिली, जिसके आधार पर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान पता चला कि ये लोग लॉकडाउन के दौरान बेरोजगार हुए लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर रहे थे। पुलिस ने मौके से मेरठ के दौराला थानाक्षेत्र के गांव दादरी निवासी सुमित कुमार पुत्र संजय कुमार को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही कॉल सेंटर 23 मोबाइल,12 कंप्यूटर और 55 सौ रुपये बरामद किए हैं। सीओ के मुताबिक आरोपी ने पूछताछ में पता चला कि वह विकास कुमार और अंकित के साथ मिलकर कॉल सेंटर को संचालित कर रहा था। तीनों नौकरी से जुड़ी एप बेरोजगारों को डाटा चोरी करते थे। इसके बाद एप पर ही नौकरी लगाने का विज्ञापन देते थे। जो बेरोजगार इनसे नौकरी के लिए संपर्क करते थे उन्हें उनकी शैक्षणिक योग्यता और अनुभव के आधार पर नौकरी ऑफर करते थे। फिर प्रोसेसिंग फीस, इंटरव्यू आदि के नाम पर एक हजार रुपये से पांच हजार रुपये तक खाते में ट्रांसफर कराते थे। जिन बैंक खातों में धनराशि जमा कराते थे वह फर्जी आईडी पर खोले गए थे। रुपये खाते में आ जाने के बाद फोन बंद कर सिम बदल देते थे। पुलिस फरार दोनों आरोपियों की तलाश कर रही है। हिरासत में लिए आरोपी को जेल भेज दिया गया है।
Discussion about this post