जालंधर की 15 वर्षीय बिटिया कुसुम के साहस की जितनी प्रशंसा की जाए वो कम है।
मोबाइल छीना तो खूब लड़ी जालंधर की ये 15 साल की बेटी, हाथ पर दरांत का वार सहकर भी नहीं छोड़ा झपटमार को।
जालंधर की 15 वर्षीय बिटिया कुसुम के साहस की जितनी प्रशंसा की जाए वो कम है।
मोबाइल छीना तो खूब लड़ी जालंधर की ये 15 साल की बेटी, हाथ पर दरांत का वार सहकर भी नहीं छोड़ा झपटमार को।
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