हमारा गाजियाबाद ब्यूरो। मुरादाबाद से शुक्रवार को अपहृत हुए पांच साल के बच्चे को बदमाश रोडवेज बस में छोड़कर भाग गए। बस में बच्चे के रोने पर सवारियों ने कंडक्टर और ड्राइवर को जानकारी दी। इसके बाद बच्चे की जेब से एक पर्ची मिली जिसमें नंबर लिखा हुआ था। उन नंबरों पर बात करने पर परिजनों ने बताया कि उनके बच्चे का अपहरण हो गया है। चालक ने वीडियो काल पर बच्चे के परिजनों से बात कराई और बच्चे को पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
कौशांबी बस डिपो पर शनिवार सुबह मुरादाबाद से अपहरण हुआ ध्रुव(5) वर्षीय बच्चा रोडवेज बस में मिला। जानकारी के मुताबिक सुबह करीब साढ़े 6 बजे कौशांबी बस अड्डे पर ग्रेटर नोएडा डिपो की बस मुरादाबाद जाने के लिए पहुंची। इस दौरान बस अड्डे के बाहर ही सवारी भरने लगी। चालक विकल भाटी निवासी सौंजना रानी थाना नरसेना बुलंदशहर और परिचालक दीपक निवासी कला का पुरवा थाना सतेंडी कानपुर बस में पहुंचे। बस स्टार्ट करते ही सवारियों ने बताया कि बस में एक छोटा सा बच्चा सीट पर बैठा रो रहा है। उसके पापा सामान लेने गए है। इस पर चालक विकल ने बस रोक दी। थोड़ी देर तक इंतजार करने के बाद चालक-परिचालक ने आने जाने वाली सवारियों से बच्चे के बारे में पूछा। इस दौरान बच्चे की पहचान नही होने पर चालक-परिचालक बच्चे के पास पहुंचे। बच्चे से घर के बारे में पूछा लेकिन बच्चा कुछ बता नही पाया। बच्चे के हाथ में एक पर्ची मिली । पर्ची में दो नंबर मिले। चालक-परिचालक ने दिए गए नंबर पर फोन किया। इस दौरान बातचीत में गौरव कुमार निवासी थाना क्षेत्र मझौला ने बताया कि उनके बच्चे का अपहरण हो गया है। आप बच्चे को मुरादाबाद लेकर चले आये। इस दौरान बच्चे के पिता गौरव कुमार ने व्हाट्सएप से वीडियो कॉल कर बच्चे की पहचान भी की। अपहरण की बात सुनने पर चालक-परिचालक ने समझदारी दिखाकर बच्चे को महाराजुर पुलिस चौकी ले जाकर मामले की सूचना देकर बच्चे को सौंप दिया। बस में मौजूद सवारी भी चालक-परिचालक के साथ महाराजपुर पुलिस चौकी पहुंची। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि बच्चे को मुरादाबाद पुलिस को सकुशल सौंप दिया गया है।
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