डीएम अजय शंकर पाण्डेय की पूरी वर्किंग इस तरह से रही है कि वह कोरोना से जनता को सेफ भी कर रहे हैं ओर गरीब कोरोना पीड़ितों को वह सबसे सस्ता ईलाज उपलब्ध कराकर उनका जीवन बचाने का प्रयास कर रहे हैं। डीएम अजय शंकर पाण्डेय वास्तव में कोरोना को लेकर रोजाना उपचार सम्बंधी कदम उठाते हैं। कोरोना संक्रमण काल में भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की होम्योपैथिक ईलाज सम्बंधी गाईड लाईन को लागू करने के लिए शुक्रवार को डीएम अजय शंकर पाण्डेय ने एक बैठक कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में आहूत की। इस बैठक में आयुष मंत्रालय भारत सरकार के सलाहकार डॉ. नवल भी उपस्थित रहे। यहां पर डीएम ने होम्योपैथिक गाईडलाईन को लागू करने के लिए डॉक्टरों की टीम को संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए। तीन दिशाओं में डीएम चाहते हैं कि यह निर्देश काम करें। इस बैठक में यह भी बताया गया कि भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की होम्योपैथिक ईलाज सम्बंधित गाईडलाईन के अन्तर्गत गाजियाबाद में पहले ही चरण में कार्यवाही की गयी थी और यहां पर 60,000 से अधिक लोगों में विभिन्न समूह बनाकर होम्योपैथिक मेडिसन आर्सेनिका एल्बम को वितरित कराया गया है। यह दवा पंचायत विभाग, शिक्षा विभाग और पुलिस विभाग के कर्मचारियों द्वारा वितरित कराई गयी है। डीएम ने मुख्य विकास अधिकारी को होम्योपैथिक इलाज हेतु प्रथम चरण में की गयी कार्यवाही के सम्बंध में इम्पेक्ट एसेसमेंट के निर्देश दिए हैं।
डॉक्टरों की ये टीम देगी होम्योपैथिक इलाज पर रिपोर्ट
कोरोना को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह गंभीर है और चिकित्सा विभाग भी लगातार प्रयास कर रहा है कि कोरोना मामलों में कमी आये और प्राथमिक स्तर ही इस बीमारी को पहचान लिया जाये और एलोपैथिक के साथ-साथ होम्योपैथिक उपचार भी दिया जाये। होम्योपैथिक उपचार किस तरीके से दिया जाना है इसके द्वितीय चरण के लिए मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित की गयी है और इस समिति में आयुष मंत्रालय के सलाहकार डॉ. नवल के साथ जिले में होम्योपैथिक गाईडलाईन को लागू करने के सम्बंध में विचार विमर्श कर अपनी आख्या उपलब्ध करायेगी। 6 डॉक्टरों की इस कमेटी में डॉ आरके गुप्ता नोडल सदस्य बनाये गये हैं। डॉ. मनीष सबरवाल इस कमेटी के सदस्य हैं और तीन सदस्य पदेन होंगे जिनमें एमएमजी अस्पताल के सीएमएस, संजय नगर संयुक्त चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और साहिबाबाद ईएसआईसी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को समिति का सदस्य बनाया गया है।
इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में कैसे उपयोग हो होम्योपैथी दवा
हालांकि अभी तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आई है और पतंजलि द्वारा जिस कोरोनिल का दावा किया गया था वह भी फिलहाल मार्किट में नही है। ऐसे में जब प्रशासन ने होम्योपैथिक इलाज सम्बंधी गाईड लाईन को लेकर बैठक की तो वह चाहते हैं कि सबसे पहले इस बात का पता हो कि जनसामान्य में यह होम्योपैथिक दवाई इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में कैसे उपयोग की जा सकती है। इसके अलावा कमजोर आबादी वाले क्षेत्र में इस दवा का प्रयोग कैसे किया जाये इसी होम्योपैथिक दवा का प्रयोग माईल्ड कोरोना पेशेंट में इसका इस्तेमाल किस तरह से और कैसे किया जा सकता है।
साभार : currentcrime
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