जिला अस्पताल एमएमजी अब कोरोना जांच का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है। अस्पताल में रोज कम से कम तीन सौ लोगों की कोरोना की जांच की जा रही है। ओपीडी और इमरजेंसी में आने वाले प्रत्येक मरीज की जांच अनिवार्य कर दी गई है। पहचान पत्र और आधार कार्ड दिखाने पर किसी की भी जांच बिना सिफारिश के की जा रही है। विगत बीस दिनों में एमएमजी में छह हजार लोग की जांच हुई है। रैपिड एंटीजन किट, आरटी-पीसीआर के अलावा ट्रू-नेट मशीन के जरिये गंभीर मरीजों की जांच रिपोर्ट 45 मिनट में दी जा रही है।
सीएमएस डॉ. अनुराग भार्गव ने बताया कि जांच अब आसान कर दी गई है। अधिक जांच होने से संक्रमण फैलने को जल्दी से रोका जाना संभव होगा। इसके अलावा महिला अस्पताल में रोज पचास से सौ गर्भवती महिलाओं की जांच की जा रही है। संचारी रोग नियंत्रण कक्ष और आइडीएसपी कंट्रोल रूम पर भी कोरोना जांच की जा रही है। जिले में आइएमएस बूथ, वैशाली, इंदिरापुरम, संयुक्त अस्पताल के अलावा डासना सामुदायिक चिकित्सा केंद्र पर भी जांच की जा रही है। हॉटस्पॉट के अलावा मलिन बस्तियों में अलग से जांच की जा रही है। निजी अस्पतालों और कुछ लैबों के जरिये भी जांच की जा रही है।
साभार :jagran.com
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