रैपिड एंटीजन किट टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट आने पर एक महिला की डिलीवरी करा दी गई लेकिन पांच दिन बाद इस महिला की आरटी-पीसीआर(रियल टाइम पॉलीमरेज चेन रिएक्शन) रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर महिला अस्पताल के डॉक्टर एवं अन्य स्टाफ में खलबली मच गई है। अब उक्त महिला के संपर्क में आने वाले डॉक्टरों एवं वार्ड में भर्ती मरीजों की सूची बनाई जा रही है।
खास बात यह है कि महिला को शुक्रवार की सुबह को ही डिस्चार्ज कर दिया गया है। महिला की नॉर्मल डिलीवरी हुई थी। जानकारी के अनुसार तीन जुलाई को विजयनगर की एक महिला प्रसव पीड़ा होने पर महिला अस्पताल में पहुंची। स्टाफ ने दर्द को देखते हुए तुरंत रैपिड एंटीजन किट से उसका टेस्ट कराया और अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। महिला की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई।
डॉक्टरों ने महिला को लेबर रूम में ले जाकर देर रात को डिलीवरी करा दी। नॉर्मल डिलीवरी होने की वजह से महिला को दो दिन बाद ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। चूंकि एंटीजन टेस्ट के साथ ही आरटी-पीसीआर जांच के लिए भी उक्त महिला का सैंपल लिया गया था। इस सैंपल की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर अस्पताल में खलबली मच गई।
जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. दीपा त्यागी ने बताया कि महिला को कोविड एल-2 में भर्ती कराया गया जा रहा है। उनका कहना है कि अब डिलीवरी को एक सप्ताह हो गया है। लेबर रूम और अस्पताल को सील करने की जरूरत नही है। सैनिटाइजेशन दिन में तीन बार रोज कराया जा रहा है। उक्त महिला के संपर्क में आने वालों की सूची बनाते हुए कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। उनका कहना है कि जिले में लैब बनने पर ही ऐसी परेशानियां खत्म होंगी। अब तक डिलीवरी के बाद डेढ़ दर्जन महिलाओं की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। एक पॉजिटिव महिला तो अस्पताल से खुद ही गायब हो गई थी।
साभार : दैनिक जागरण।
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