गाजियाबाद। टीबी के मरीजों को अब जांच के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। शासन ने जिले के टीबी विभाग को डिजिटल एक्स-रे मशीन आंवटित कर दी है। मशीन आ गई है और अगले सप्ताह तक इसको स्थापित करा दिया जाएगा। मशीन से फटाफट चेस्ट का एक्स-रे किया जाएगा और रिपोर्ट भी तुरंत मिल जाएगी। रिपोर्ट के साथ उपचार शुरू कर दिया जाएगा। खास बात यह है कि 18 साल बाद यह मशीन जिले को मिली है। स्वास्थ्य विभाग के अफसर लगातार इस मशीन की मांग कर रहे थे।
फिलहाल गाजियाबाद को ही यह मशीन मिली है। ट्यूबरक्युलोसिस (टीबी ) के बढ़ते मरीज और कोरोना का संक्रमण फैलने की वजह से यह मशीन शासन द्वारा आवंटित की गई है। टीबी और कोरोना के लक्षण मिलते जुलते हैं। इससे पहले ट्रू नेट मशीन मिली है। गाजियाबाद में अब फटाफट होगा टीबी मरीजों का एक्स-रे, रिपोर्ट भी तुरंत मिलेगी। जिले में वर्तमान में टीबी के पॉजिटिव केसों की संख्या 3951 है। इनका नजदीकी डॉटस केंद्रों के जरिए उपचार किया जा रहा है। इससे टीबी और कोविड की जांच होती है। वर्तमान में कोविड की जांच की जा रही है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. जे पी श्रीवास्तव ने बताया कि मशीन एक्स-रे की सुविधा जल्द मिल जाएगी।
टीबी के 3951 मरीजों का उपचार जारी
जिले में वर्तमान में टीबी के पॉजिटिव केसों की संख्या 3951 है। इनका नजदीकी डॉटस केंद्रों के जरिए उपचार किया जा रहा है। टीबी का सीधा अटैक फेफडों पर होता है। फेफडों का एक्स-रे तुरंत हो जाए तो गंभीर मरीजों का भी उपचार तेजी से संभव है। जिले में 256 डायरेक्ट आब्जर्वेशन थैरेपी (डॉटस) सेंटर के जरिए पॉजिटिव रोगियों को नियमित दवा दी जा रही है। 2642 सरकारी और 1309 प्राइवेट मरीजों के उपचार के लिए 67 कर्मचारी डोर-टू-डोर निगरानी कर रहे हैं।
साभार : दैनिक जागरण।
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