मंगलवार को जनपद गाज़ियाबाद के तीन हॉट स्पॉट रेड से ग्रीन जोन में तब्दील हो गए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. एन.के गुप्ता ने बताया पिछले 28 दिनों में इन क्षेत्रों में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। पहले जो पॉजिटिव मरीज मिले थे वह भी ठीक हो चुके हैं। इन सभी क्षेत्रों को लगातार सैनिटाइज कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को जिले के 17 में से तीन हॉटस्पॉट को ग्रीन जोन में तब्दील कर दिया है। इससे पहले भी दो क्षेत्रों को ग्रीन जोन घोषित किया गया था।
सीएमओ डॉ. गुप्ता ने बताया अब संक्रमण का कोई नया मामला न मिलने पर स्वास्थ्य विभाग ने मोहन नगर स्थित सेवियर पार्क सोसायटी, वंसुधरा स्थित सेक्टर-2बी और वैशाली सेक्टर-6 को ग्रीन जोन घोषित करते हुए उसे खोलने की संस्तुति कर दी है।
बता दें कि मोहन नगर की सेवियर पार्क सोसायटी में सीज फायर कंपनी की एचआर मैनेजर व उनके पति में संक्रमण की पुष्टि के बाद सील किया गया था। दोनों की ही सोमवार को रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्पताल से रिलीव कर दिया गया है। हालांकि अभी दोनों को होम क्वारंटाइन पीरियड पूरा करना होगा। इसके अलावा सेक्टर-2 बी, वसुंधरा और सेक्टर-6 वैशाली में डॉक्टर की रिपोर्ट निगेटिव आने पर अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद फैसिलिटी क्वारंटाइन में रह रहे हैं। दोनों क्षेत्रों में कोई नया संक्रमित मरीज न मिलने पर उसे ग्रीन जोन में तब्दील करते हुए खोल दिया गया है। सीएमओ ने बताया तीनों हॉट स्पॉट खोले जाने की संस्तुति जिला प्रशासन को कर दी गई है। वसुंधरा सेक्टर-2 बी में सीजफायर की एक कर्मचारी और उसकी बहन को संक्रमण हुआ था, अब वह दोनों बिल्कुल ठीक हैं। जारी रिपोर्ट के मुताबिक कुल हॉटस्पॉट की संख्या 17 है। रेड जोन की संख्या 8, ग्रीन जोन की संख्या 4 और ऑरेंज जोन की संख्या 5 हैं।
एक और फार्मासिस्ट निकला पॉजिटिव, मेरठ में भर्ती
रेलवे अस्पताल में कार्यरत पॉजिटिव फार्मेसिस्ट के संपर्क में आए एक और फार्मेसिस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे मेरठ में भर्ती कराया गया है। वह मेरठ का ही रहने वाला है। कैलाभट्टा निवासी कोरोना संक्रमित फार्मासिस्ट मुरादनगर के अस्पताल में भर्ती है। कैलाभट्टा को पहले ही सील किया जा चुका है। सीएमओ डॉ. एन के गुप्ता का कहना है कि इस मरीज को गाजियाबाद में शामिल नहीं किया जा सकता है।
मंगलवार को दस क्वारंटाइन सेंटरों में से तीन में भर्ती ढाई सौ लोगों को क्वारंटाइन अवधि पूरी होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। सबसे अधिक लोगों को जनहित इंस्टीटयूट से डिस्चार्ज किया गया है। सीएमओ ने बताया कि डिस्चार्ज होने वालों में अधिकांश जमाती या उनके संपर्क में आए लोग शामिल हैं। सुंदरदीप, आरकेजीआईटी, सूर्या हॉस्पिटल,आईएमएस और आइडियल इंस्टीटयूट में भर्ती लोगों को भी डिस्चार्ज किया गया है। खास बात यह रही कि शासन के निर्देशों के बावजूद किसी को भी राशन की किट नहीं दी गई।
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