देश की राजधानी के निज़ामुद्दीन क्षेत्र में 200 से भी अधिक को कई अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें से बहुत से लोगों के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने निजामुद्दीन इलाके में स्थित एक मस्जिद के आसपास के इलाके को खाली करा लिया। यह मस्जिद हजरत निजामुद्दीन दरगाह के पास है। इसके अलावा यहां ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जा रही है, ताकि लॉकडाउन से संबंधित आदेश का सख्ती से पालन हो सके। इससे पहले दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इलाके के कुछ लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण होने की जानकारी दी थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां पहुंच चुकी है।
सूत्रों के अनुसार इस समय दिल्ली पुलिस की टीम निजामुद्दीन इलाके में पहुंच चुकी है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट सीपी डीसी श्रीवास्तव भी वहां मौजूद हैं। एएनआई के अनुसार, एक मुस्लिम धार्मिक कार्यक्रम में आए कुछ लोगों के कोरोना पॉजिटिव मिलने की खबर के बाद दिल्ली पुलिस की टीम वहां पहुंची है. यहां से कई लोगों को जांच के लिए दिल्ली के अलग-अलग हॉस्पिटल में ले जाया जा रहा है।
केजरीवाल सरकार की भारी चूक उजागर
जानकारी मिल रही है कि मरकज में 18 मार्च को एक मुस्लिम धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें देश के कई राज्यों से 500 से ज्यादा मौलाना इकट्ठा हुए थे। इनमें से ज्यादातर लोग वापस लौट गए थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम के बारे में दिल्ली की केजरीवाल सरकार को पहले से ही जानकारी थी किन्तु कोरोना के कोहराम के बावजूद केजरीवाल सरकार इस कार्यक्रम को रोकने में असमर्थ रही।
अब प्रशासन ने दिल्ली में उन मरीजों की जानकारी इकट्ठा की है, जिन्हें ठंड लगने या बुखार की समस्या हुई हो। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज ने इससे संबंधित लिस्ट अधिकारियों को सौंपी है। इनमें वैसे लोगों की जानकारी दी गई है, जिन्हें बुखार और ठंड सहित अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या रही हो। निजामुद्दीन मरकज के प्रवक्ता मोहम्मद शोएब ने बताया कि यह लिस्ट रविवार को प्रशासन को दी गई। इनमें से कई लोगों को उम्र के कारण और बाहर की यात्रा से लौटने के बाद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
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