कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। योगी सरकार राज्य के जेलों में बंद 11 हजार कैदियों को पैरोल पर छोड़ने जा रही है। सात साल से कम की सजा काट रहे प्रदेश के 71 जेलों में बंद इन कैदियों को आठ सप्ताह के लिए पैरोल पर छोड़ा जा रहा है। इससे पहले राज्य सरकार ने प्रदेश के तमाम जेलों से 14 साल की सजा काट चुके और 60 साल से अधिक उम्र के कैदियों की लिस्ट मांगी थी।
शुक्रवार को पंजाब सरकार ने भी 6 हजार कैदियों को पैरोल पर छोड़ने की घोषणा की थी। वहीं इससे पहले तिहाड़ जेल प्रशासन ने ऐसा ही ऐलान करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के चलते अगले 3-4 दिनों में करीब 3 हज़ार कैदी छोड़े जाएंगे। जिसमें 1500 कैदी ऐसे हैं जिन्हें कोर्ट से अलग-अलग अपराधों में सज़ा हो चुकी है। इन्हें पैरोल या फरलो पर छोड़ा जाएगा जबकि करीब 1500 कैदी ऐसे हैं जो विचाराधीन यानी अंडर ट्रायल हैं, उन्हें अंतरिम जमानत देकर छोड़ा जाएगा।
दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने शनिवार को कहा कि भारत में शुक्रवार से अब तक 2 मौतों के साथ कोरोना वायरस के 149 नए मामले सामने आए हैं। कोरोना वायरस के मामलों की संख्या देशभर में बढ़कर 873 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस से अब तक जिन 19 लोगों की मौत हुई है, शुगर, हाईपरटेंशन, किडनी और रक्तचाप की जैसी बीमारियां थीं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आगे कहा कि हमारी और दुनिया भर की रिपोर्ट के मुताबिक उम्रदराज लोगों को ज्यादा ख़तरा है। अब तक कोरोना वायरस के कुल 873 मामले सामने आए हैं और 19 मौतें हुई। कल से 149 नए मामले सामने आए हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम राज्य सरकारों के साथ मिलकर समुदाय पर निगरानी, नियमित रूप से कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और रोकथाम स्ट्रेटजी को लागू करने में लगे हुए हैं।
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