दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में इलाज के बाद गाजियाबाद के एक कोरोना पॉजिटिव कारोबारी एसएन मेहता बुधवार को डिस्चार्ज होकर अपने घर पहुंच गए हैं। हालांकि, उनके बेटे का अब भी एमएमजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
आपको बता दें कि बीते दिनों गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाले कारोबारी एसएन मेहता और उनका बेटा दोनों कोरोना पॉजिटिव मिले थे। स्वास्थ्य विभाग ने मेहता के बेटे का सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजा है। दो दिन बाद उसकी रिपोर्ट आएगी।
कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाजियाबाद जिले को अतिसंवेदनशील घोषित किया है। कोरोना वायरस के तीसरे चरण में पहुंचने से पहले ही सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट को अपने क्षेत्र में चौक्कना रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। अब जिले भर में कोई भी बड़ा आयोजन नहीं होगा।
गाजियाबाद में अब तक कोरोना के कुल दो पॉजिटिव केस, जबकि 43 संदिग्ध मरीज मिले हैं। राजधानी दिल्ली से सटे होने व गाजियाबाद में बड़ी संख्या में विदेश यात्रा करने वालों का इतिहास देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाजियाबाद को अतिसंवेदनशील क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। इसके साथ स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अफसरों को अलर्ट कर दिया गया है। किसी भी स्तर पर कोई भी चूक नहीं होने के निर्देश दिए गए हैं। जागरूकता फैलाने के लिए अधिक से अधिक कदम उठाने के कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि तीसरे स्टेज में पहुंचने से पहले सभी आवश्यक कदम उठा लिए जाएं।
एक माह तक एसी का प्रयोग न करें :
डिवीजनल सर्विलांस यूनिट के मंडल प्रभारी डॉ. अशोक तालियान ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए एसी को बिल्कुल न चलाएं। एसी की जगह पंखों का इस्तेमाल कर सकते हैं। अभी एसी का इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है।
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