सप्ताह का पहला कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार के लिए बहुत ही निराशाजनक रहा। खराब ग्लोबल संकेत से भारतीय बाजारों में आज अंकों के लिहाज से सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। बीएसई का 30 शेयरों वाला बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 1942 अंक टूटकर 35,634.95 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 538 अंक लुढ़ककर 10,415.50 के स्तर पर क्लोज हुआ। निफ्टी का यह दिसंबर 2018 के बाद सबसे निचला स्तर है। मेटल शेयरों में आज सबसे ज्यादा कमजोरी रही। बाजार में भारी गिरावट से निवेशकों को 6.87 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
2400 अंकों से ज्यादा टूटा सेंसेक्स
बाजार में चौतरफा बिकवाली की वजह से दोपहर को शेयर बाजार में गिरावट और गहरा गई। सेंसेक्स 2467 अंक यानी 6.56 फीसदी टूटकर 35,109.18 के स्तर पर आ गया है। वहीं, निफ्टी 695 अंक लुढ़ककर 10,294.45 के स्तर पर आ गया। हालांकि बाजार में निचले स्तरों से रिकवरी देखने को मिली। सेंसेक्स निचले स्तर से करीब 526 अंक सुधरा है। वहीं, निफ्टी नीचे से करीब 157 अंक सुधरा।
निवेशकों को लगा 6.87 लाख करोड़ रुपये का चूना
सोमवार को बाजार में बड़ी गिरावट से मिनटों में निवेशकों के लाखों करोड़ स्वाहा हो गए। शुक्रवार को बीएसई पर लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 1,44,31,224.41 करोड़ रुपये था, जो सोमवार को बाजार में गिरावट से 6,87,807.2करोड़ रुपये घटकर 1,37,43,417.21 करोड़ रुपये हो गया।
बाजार में गिरावट की ये है वजह-
खराब ग्लोबल संकेत
अमेरिकी बाजार शुक्रवार को गिरावट पर बंद हुए थे। हालांकि Dow निचले स्तरों से करीब 750 अंक सुधरकर बंद हुआ था। शुक्रवार के कारोबार में एसएंडपी 500 और नैस्डैक करीब 2 फीसदी गिरे थे। इधर, एशिया में निक्केई 6 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है। SGX NIFTY में भी 325 अंकों की कमजोरी नजर आ रही है।
भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ा
इस बीच भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 40 हो गई है. केरल में 5 ताजा मामले सामने आए हैं। दुनिया भर में मरीजों की संख्या 1 लाख के पार पहुंच गई है। इटली में 1.5 करोड़ लोगों पर ट्रैवल बैन लगा है। दुनिया भर में कोरोना के मरीजों की संख्या 106,893 हो गई है। दुनिया भर में अब तक 3,639 लोगों की मौत हो चुकी है। इटली में स्कूल, जिम, म्यूजियम, नाइटक्लब बंद कर दिए गए हैं। इटली में मरने वालों की संख्या 366 हो गई है।
सऊदी अरब ने घटाई कच्चे तेल की कीमत
इस बीच ओपेक देशों और रूस के बीच प्राइस वार छिड़ने से क्रूड कीमतों में 30 फीसदी की भारी गिरावट आई है। ब्रेंट 30 डॉलर पर पहुंच गया। GOLDMAN SACHS ने ब्रेंट का लक्ष्य घटाकर 20 डॉलर किया है। कोरोना के चलते प्रोक्डशन कट डील पर सहमति नहीं बनने से कीमतें गिरी हैं।
यस बैंक क्राइसिस
यस बैंक में अनियमितताओं की आशंका में एक महीने में 50,000 रुपये निकासी का लिमिट तय की गई है। वहीं, यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्त में हैं। उनके और उनके परिवार पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप है। फिलहाल यस बैंक को बचाने के लिए देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक एसबीआई सामने आया है जो बैंक में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीद सकता है।
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