महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राम मंदिर निर्माण के लिए 1 करोड़ रुपए दान देने का ऐलान किया है। सरकार के 100 दिन पूरे होने पर उद्धव परिवार के साथ शनिवार को अयोध्या पहुंचे। रामलला के दर्शन से पहले उन्होंने कहा कि हम सभी रामभक्त मिलकर मंदिर बनाएंगे। मैं भाजपा से अलग हुआ हूं, हिंदुत्व से नहीं। मुख्यमंत्री योगी से अपील करता हूं कि महाराष्ट्र से आने वाले भक्तों के लिए हमें भवन निर्माण करने जमीन दें। उद्धव ने 28 नवंबर को महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा के साथ गठबंधन कर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके बाद यह उनका पहला अयोध्या दौरा है।
उद्धव ने कहा, ‘‘सौभाग्य की बात है कि पिछले एक-डेढ़ साल में तीसरी बार आ रहा हूं। एक सवाल मन में था कि मंदिर कब बनेगा। जब मैं पहली बार नवंबर 2018 में आया था, तब शिवाजी की जन्मभूमि की मिट्टी लेकर आया था। 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या केस का फैसला सुनाया। पिछले साल ही मुख्यमंत्री बन गया। लोकसभा चुनाव में शिवसेना को अच्छी सफलता मिली थी। पहली बार जब आया था तो कहा था कि बार-बार यहां आऊंगा। पहली बार सरयू की आरती की थी। दुनियाभर में कोरोनावायरस का आतंक फैला है। लिहाजा इस बार आरती नहीं करने जा रहा।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘जिस ट्रस्ट का निर्माण किया गया है, उसका कल ही खाता भी खुल गया। मेरे पिता बाल ठाकरे का संघर्ष याद है। हम शिला पूजन लेकर आते थे। मंदिर निर्माण के लिए हमारे ट्रस्ट की ओर से एक करोड़ रु की राशि देता हूं। मुख्यमंत्री योगीजी से विनती करना चाहता हूं कि मंदिर निर्माण के लिए आने वाले शिवसैनिकों के रहने की व्यवस्था करें। अगर योगीजी जमीन दे दें तो हम यहां महाराष्ट्र भवन का निर्माण भी करेंगे।’’
कोरोनावायरस के कारण जनसभा रद्द की
मुख्यमंत्री ठाकरे विशेष विमान से परिवार के साथ लखनऊ स्थित चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। फिर सड़क मार्ग से अयोध्या पहुंचे। सरयू आरती में शामिल होने और जनसभा का भी कार्यक्रम था, लेकिन कोरोनावायरस को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवायजरी के बाद भीड़ जुटने वाले कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया। वहीं, उद्धव के दौरे को लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। राम जन्मभूमि के आस-पास की सुरक्षा बढ़ा दी गई। उद्धव का विरोध करने वाले संत, महंत और हिंदू महासभा के जिलाध्यक्ष समेत 5 लोगों को नजरबंद किया गया है। दरअसल, हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने साधु-संतों के साथ मुख्यमंत्री के विरोध की बात कही थी।
अब तक तीन बार अयोध्या आ चुके हैं उद्धव
आज के दौरे से पहले उद्धव पार्टी के सांसदों के साथ 2018 में लोकसभा चुनाव से पहले और फिर उसके बाद जून 2019 में अयोध्या पहुंचे थे। उस दौरान वे महाराष्ट्र के शिवनेरी किले की मिट्टी भी अपने साथ ले गए थे। शिवनेरी छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्मस्थान है। अयोध्या में मंदिर-मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उद्धव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वहां (अयोध्या) ऐसी शक्ति है, जिसे मैंने महसूस किया है। इसलिए, अब मैं बार-बार वहां जरूर जाऊंगा।
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