रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के भव्य व दिव्य मंदिर निर्माण के लिए केन्द्र सरकार की ओर से गठित रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का चालू खाता गुरुवार को भारतीय स्टेट बैंक की अयोध्या शाखा में खुल गया। यह खाता मध्याह्न 12 बजकर सात मिनट पर जनरेट हुआ है। इस चालू खाते को खुलवाने के लिए ट्रस्ट का पैन नंबर व खाता संचालकों की केवाईसी के लिए बीते 25 फरवरी को ही आवेदन कर दिया गया था। खाता खोलने के लिए औपचारिक प्रपत्रों के प्राप्त होने के बाद खाता जनरेट हो गया है। शाखा प्रबंधक प्रियांशु शर्मा ने इस बारे में कोई जानकारी उपलब्ध कराने में असमर्थता जताई। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय कार्यालय से कार्यवाही हो रही है।
फिलहाल ट्रस्टी व आरएसएस के प्रांत कार्यवाह डॉ. अनिल मिश्र ने स्पष्ट किया कि खाता खुल गया है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को खोले गए खाते में अभी रामलला के चढ़ावे की धनराशि ही जमा की जाएगी। इसमें दानदाताओं की ओर से दान की जाने वाली धनराशि नहीं जमा होगी। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट की ओर से भारत सरकार के आयकर विभाग से मिलने वाली छूट के सम्बन्ध में आवेदन किया गया है। आयकर छूट का प्रमाण पत्र प्राप्त कर लेने के बाद ही दानदाताओं की राशियों को जमा कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रमाण पत्र की उपलब्धता से पहले दान की राशि के जमा होने पर आयकर की राशि कटकर सरकार के खाते में चली जाएगी और दानदाताओं को नुकसान होगा।
आयकर में शत-प्रतिशत छूट के लिए ट्रस्ट ने किया आवेदन
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट को मिलने वाली दान की राशि पर आयकर में शत-प्रतिशत छूट के लिए 12 ए के स्थान पर 10(23सी)5 के अन्तर्गत प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया है। इससे ट्रस्ट को आयकर में शत-प्रतिशत छूट मिलेगी। इसी तरह से दानदाताओं को भी आयकर में शत-प्रतिशत की छूट दिलाने के लिए 80 जी के स्थान पर 35 एसी के अन्तर्गत प्रमण पत्र प्राप्त करने का आवेदन दाखिल किया गया है। यह आवेदन ट्रस्ट के नई दिल्ली के चार्टेड एकाउन्टेंट व टैक्स अधिवक्ता कार्तिक श्री निवासन की ओर से दाखिल किया गया है।
भारत सरकार द्वारा ट्रस्ट को दी गई एक रुपए की करेंसी से खुला खाता
एसबीआई की अयोध्या शाखा में रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का चालू खाता औपचारिक रूप से भारत सरकार की एक रुपए की करेंसी से ही खोला गया है। भारत सरकार के अपर सचिव खेलाराम मुर्मू ने पांच फरवरी को नवगठित ट्रस्ट का पंजीकरण कराने के उपरांत एक रुपए की करेंसी दान में दी थी। इसी करेंसी से ही खाता खोला गया है। फिलहाल इस खाते में रामलला के चढ़ावे की जमा हो रही धनराशि भी हस्तान्तरित हो जाएगी। वर्ष 1993 से रामलला के खाते में करीब 11 करोड़ की एफडी के अलावा चालू खाते में भी लाखों की धनराशि जमा है।
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