नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शन के चलते बंद किए गए नोएडा और दिल्ली के बीच कालिंदी कुंज रोड को दो महीने से अधिक समय बाद गुरुवार रात को एक आपातकालीन वाहन को निकालने के लिए बैरिकेड हटाए जाने के बाद इसे फिर से खोलने को लेकर भ्रम उत्पन्न हो गया।
यह घटना रात 8 बजे के करीब की थी, जब एक एम्बुलेंस को निकालने के लिए यहां लगे बैरिकेड को दस मिनट के लिए हटा दिया गया था, जिससे इस रास्ते को फिर से खोलने के बारे में भ्रम पैदा हो गया था।
दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (ट्रैफिक) राजेश एस. ने कहा, ”पहले दिन से ही, आपातकालीन वाहनों जैसे एम्बुलेंस और कुछ स्कूल बसों को गुजरने की अनुमति दी जा रही है। गुरुवार को भी केवल एक एम्बुलेंस को जाने की अनुमति दी गई थी क्योंकि यह आश्रम जाने का सबसे छोटा मार्ग था। अभी इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।”
अधिकारियों ने इस मार्ग को फिर से खोलने की अफवाहों का खंडन किया है और नोएडा पुलिस का दावा है कि दिल्ली की ओर से बैरिकेड हटाने के बाद ही वे इसे फिर से खोलेंगे। हालांकि, ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने दावा किया कि ब्रेकडाउन वाहन को हटाने के लिए बैरिकेड को हटाया गया था।
एक ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने कहा, ”महामाया फ्लाईओवर पर एक बस खराब होने के कारण रोड पर वाहनों का जाम बढ़ने से बस को वहां से हटाने के लिए बैरिकेड को हटाया गया था। इसका फायदा उठाते हुए कुछ कारों ने भी बस के पीछे चलते हुए बैरिकेड को पार किया, लेकिन बैरिकेड को तुरंत ही फिर से लगा दिया गया। मार्ग को जनता के लिए नहीं खोला गया है।”
वहीं, वरिष्ठ अधिकारियों ने बस खराब होने की जानकारी से इनकार किया। शुक्रवार को एक बार फिर जगह-जगह सभी बैरिकेड लगे देखे गए थे। शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के कारण 15 दिसंबर को यह रोड बंद कर दिया गया था।
हमारा न्यूज़ चैनल सबस्क्राइब करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Follow us on Facebook http://facebook.com/HamaraGhaziabad
Follow us on Twitter http://twitter.com/HamaraGhaziabad
Discussion about this post