दिल्ली की कड़कड़डुमा कोर्ट ने 2013 में दो व्यक्तियों को पांच साल की बच्ची के अपहरण और बलात्कार के मामले में 20 साल के जेल की सजा सुनाई हैं। अप्रैल 2013 में पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर इलाके में किराए पर रह रहे मनोज शाह और प्रदीप पर नाबालिग गुड़िया के साथ रेप का आरोप लगा था जिसमें उन्हें दोषी करार दिया गया है। इसके साथ ही कोर्ट ने दोषियों को आदेश दिया है कि वो नाबालिग को 11 लाख रुपए मुआवजे के रूप में दें।
आपको बता दें कि पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर में 15 अप्रैल, 2013 को दो दोषियों मनोज और प्रदीप ने पड़ोस में रहने वाली बच्ची का अपहरण किया था। दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसके निजी अंगों में मोमबत्ती और बोतल जैसी चीजें डाल दी थीं। इसके बाद वे बच्ची को मृत समझकर भाग गए थे।
बेहोश बच्ची दो दिनों (करीब 40 घंटे) तक दोषी के कमरे में ही पड़ी रही थी और फिर पुलिस ने उसे गंभीर हालत में एम्स में भर्ती कराया था। इस वारदात के बाद मीडिया ने बच्ची को गुड़िया नाम दिया था। बच्ची का परिवार और दोषी एक ही इमारत में किराए पर रहते थे।
दरअसल लोगों का गुस्सा इस घटना के लिए इसलिए भी फूटा था क्योंकि कुछ वक्त पहले ही 16 दिसंबर 2012 को निर्भया के साथ हुए गैंगरेप के बाद लगभग उतनी ही बड़ी वारदात दोबारा दोहराई गई थी। ऐसे में 5 साल की बच्ची के साथ राजधानी दिल्ली में बर्बरता से हुए इस रेप पर पुलिस और प्रशासन पर कई सवाल खड़े हुए थे।
व्हाट्सएप के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
हमारा न्यूज़ चैनल सबस्क्राइब करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Follow us on Facebook http://facebook.com/HamaraGhaziabad
Follow us on Twitter http://twitter.com/HamaraGhaziabad
Discussion about this post