अमेरिकी हमले में मारे गए ईरान के ताकतवर जनरल कासिम सुलेमानी को आखिरी विदाई देने के लिए मंगलवार को उनके गृह नगर करमान की सड़कों पर लाखों लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान मची भगदड़ में कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई, जबकि 48 से ज्यादा लोग घायल हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुलेमानी के जनाजे के जुलूस में 10 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए।
करमान में रेवॉल्यूशनरी गार्ड की विदेशी शाखा के कमांडर के गृह नगर में बहुत बड़ी संख्या में लोग उन्हें अंतिम विदाई देने आए। तेहरान, कोम, मशहद और अहवाज में भी सड़कों पर लाखों लोग मौजूद थे। बड़ी संख्या में लोग आजादी चौक पर जमा हुए, जहां राष्ट्रीय झंडे में लिपटे दो ताबूत रखे हुए थे। एक ताबूत सुलेमानी का और दूसरा ताबूत उनके करीबी सहयोगी ब्रिगेडियर जनरल हुसैन पुरजाफरी का था।
शीराज से अपने कमांडर को अंतिम विदा देने के लिए करमान आए लोगों में से एक का कहना था, ‘हम पवित्र सुरक्षा के महान कमांडर को श्रद्धांजलि देने आए हैं।’
जुलूस में शामिल हिम्मत देहगान का कहना था, ‘हज कासिम (सुलेमानी) से लोग ना सिर्फ करमान या ईरान में मोहब्बत करते थे, बल्कि पूरी दुनिया में लोग उनसे मोहब्बत करते थे।’ 56 वर्षीय पूर्व सैनिक ने कहा, ‘पूरी दुनिया, मुसलमानों, शियाओं, इराक, ईरान, सीरिया, अफगानिस्तान और खास तौर से ईरान, सभी अपनी सुरक्षा के लिए उनके अहसानमंद हैं।’
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के आदेश पर शुक्रवार को बगदाद हवाईअड्डे के पास किए गए ड्रोन हमले में सुलेमानी की मौत हो गई थी। हमले के बाद ईरान और अमेरिका के बीच तनाव अभूतपूर्व तरीके से बढ़ गया है और ईरान ने इसका बदला लेने की कसम खाई है।
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