पीरागढ़ी आग – मरने से पहले तीन ज़िंदगी बचा गया निर्भीक अमित बालियान, गाज़ियाबाद से था उनका अटूट संबंध

दिल्ली के पीरागढ़ी इलाके में गुरुवार को ओकाया की फैक्ट्री में लगी आग से जिन फायर ब्रिगेड कर्मियों ने सबको बचाया, उनका ही एक साथी उस आग में झुलसकर दुनिया छोड़ गया। बुधवार तड़के फैक्ट्री में लगी आग की खबर मिलते ही फायर ब्रिगेड के जवान मौके पर पहुंचे और 17 लोगों की जान बचाई। आग पर काबू पाने के बाद कूलिंग का काम जारी था, लेकिन इसी बीच एक धमाके से इमारत का बड़ा हिस्सा गिर गया, जिसमें फायर कर्मी अमित बालियान बुरी तरह जख्मी हो गए। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

खुद खतरे में थे फिर भी बचाई तीन की जान

बालियान ने बीते एक साल में दिल्ली फायर सर्विस में सर्च और रेस्क्यू से जुड़े गुर तो सीखे ही थे, वह मानवता से भी भरे हुए थे। बेहद उत्साही स्वभाव के अमित किस तरह से अपने कर्तव्य पर डटे रहे इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब इमारत का बड़ा हिस्सा गिर रहा था, तब भी वह पीछे नहीं हटे और बिल्डिंग के केयरटेकर और दो वर्कर्स को बचाने में जुटे रहे। शायद यही नियति थी कि उन्होंने तीन लोगों की जान बचाई, लेकिन खुद नहीं बच सके।

खून बहने और दम घुटने के चलते हुई मौत
एक साल पहले ही दिल्ली फायर सर्विस जॉइन करने वाले अमित की कुछ महीनों पहले ही शादी हुई थी। कम्प्रेसर फटने से हुए धमाके के बाद एक के बाद एक बैट्रियों में भी विस्फोट हुए थे। इसके चलते अमित बालियान बुरी तरह घायल हो गए। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक अमित की मौत बहुत ज्यादा खून बहने और दम घुटने के चलते हुई।

गाज़ियाबाद से भी था अमित का संबंध
अमित बालियान के पिता बाबू राम दिल्ली पुलिस में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर हैं, जबकि पत्नी शिवानी यूपी पुलिस में गाजियाबाद में कॉन्स्टेबल के तौर पर तैनात हैं। लंबे प्रेम संबंध के बाद पिछले साल फरवरी में ही अमित और शिवानी ने शादी की थी।

खबर सुनकर बीमार मां हुईं बेहोश
पीरागढ़ी में लगी आग में जान गंवाने वाले फायरकर्मी अमित बालियान के पिता की आंखें नम हैं। लेकिन फर्ज की खातिर जान गंवाने वाले बेटे पर उन्हें नाज भी है। वह खुद दिल्ली पुलिस में एएसआई हैं। देर शाम जब अमित की मां और पत्नी को उनकी मौत की खबर दी गई तो घर में मातम छा गया। मां विमलेश देवी रोते-रोते बेहोश हो गईं। अमित ने दिसंबर 2018 में फायर ब्रिगेड में अपनी ट्रेनिंग शुरू की थी। जून 2019 में ट्रेनिंग पूरी कर वह फायर ऑपरेटर हो गए थे। वर्तमान में कीर्ति नगर में उनकी तैनाती थी।

परिजनों को एक करोड़ के मुआवजे का ऐलान
अमित की मौत पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि बेहद दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि लोगों को आग से बचाते-बचाते हमारा एक जांबाज शहीद हो गया। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। उन्होंने आगे लिखा कि हमारे दमकलकर्मी जोखिम भरी परिस्थितियों में अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों को बचाते हैं। साथ ही उन्होंने ‌उनके परिवार को एक करोड़ रुपये देने का ऐलान किया।

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