गाज़ियाबाद। भारत के संविधान की वर्षगांठ आज धूमधाम से मनाई गई। जिले के बार एसोसिएशन ने इस अवसर पर संविधान की प्रस्तावना विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया। गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि भारत का संविधान विश्व में सबसे मजबूत एवं प्रभावी संविधान है। आम आदमी को संविधान के तहत मौलिक अधिकार दिये गये है। बार के अध्यक्ष सुनील दत्त त्यागी ने कहा कि संविधान दिवस हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है, जिस दिन भारत के संविधान मसौदे को अपनाया गया था।
26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू होने से पहले 26 नवंबर 1949 को इसे अपनाया गया था। संविधान की ड्रॉफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष डॉ. बीआर अंबेडकर थे। इन्हें भारत के संविधान का निर्माता भी कहा जाता है। भारत के संविधान निर्माता के डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने भारतीय संविधान के रूप में दुनिया का सबसे बड़ा संविधान तैयार किया है। यह दुनिया के सभी संविधानों को परखने के बाद बनाया गया। बार सचिव विजय गौर ने कहा कि भारत के संविधान को विश्व का सबसे बड़ा संविधान माना जाता है, जिसमें 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 94 संशोधन शामिल हैं। यह हस्तलिखित संविधान है जिसमें 48 आर्टिकल हैं। इसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 17 दिन का वक्त लगा था।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरप्रीत सिंह जग्गी ने कहा कि संविधान दिवस मनाने का मकसद नागरिकों को संविधान के प्रति सचेत करना, समाज में संविधान के महत्व का प्रसार करना है। इस दौरान अधिकांश अधिवक्ताओं ने शपथ ली कि वे हर व्यक्ति को सुलभ एवं सस्ता न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत रहेंगे। सुनील दत्त त्यागी,सचिव विजय गौड,वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरप्रीत सिंह जग्गी, कनिष्ठ उपाध्यक्ष अखिल कुमार त्यागी, कोषाध्यक्ष मुकेश कुमार पाल,सह सचिव सौरभ कुलश्रेष्ठ, सह सचिव महिम गुप्ता, वरिष्ठ सदस्य जयचन्द, वीरेन्द्र कुमार, शोभित अग्रवाल, कपिल देव त्यागी, सौरभ गुप्ता के अलावा मिर्जा इकराम बेग, गुलाम मौहम्मद, दीपक कुमार केन, कपिल कुमार त्यागी, भाजपा नेता एसपी सिंह, अरूण शर्मा भी मौजूद रहे। संचालन सचिव विजय गौर ने किया।
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