मुंबई। महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार ने सोमवार को बड़ा फैसला लिया। महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने सिंचाई घोटाले की 20 एफआईआर में से नौ मामलों में अजित पवार को क्लीन चिट दे दी है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में सिंचाई घोटाला 70 हजार करोड़ का है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अपने बागी नेता व महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को वापस पार्टी में लाने के लिए सभी प्रयास कर रही है। अजित पवार ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ सोमवार को मंत्रालय में अपना कार्यभार संभाल लिया। पूर्व उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल ने चौथी बार अजित पवार के घर पर उनसे मुलाकात की और उन्हें एनसीपी में वापस लाने के लिए मनाने की कोशिश की।
बाद में भुजबल के साथ दो अन्य वरिष्ठ नेता -दिलीप वलसे-पाटील और सुनील तटकरे भी मंत्रालय गए और अजित पवार के साथ चर्चा की। अजित पवार के नया कार्यभार संभालने के तुरंत बाद ये तीनों नेता उनसे मिलने पहुंचे। एनसीपी सूत्रों का कहना है कि पार्टी द्वारा यह अंतिम प्रयास है और इसके बाद इसे अजित पवार के विवेक और निर्णय पर छोड़ दिया जाएगा। रविवार को राकांपा के राज्य अध्यक्ष जयंत पाटील सहित कुछ वरिष्ठ नेताओं ने अजित पवार से दो बार मुलाकात की थी। इसके साथ ही पवार के पारिवारिक सदस्यों -रोहित आर.पवार, सांसद सुप्रिया सुले-पवार ने भी सोशल मीडिया पर अपील की और अजित पवार को मनाने की कोशिश की।
हमारा न्यूज़ चैनल सबस्क्राइब करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Follow us on Facebook http://facebook.com/HamaraGhaziabad
Follow us on Twitter http://twitter.com/HamaraGhaziabad
Discussion about this post