नोएडा। पुलिस ने होमगार्ड की फर्जी हाजिरी लगाकर करोड़ों रुपये के घोटाले का खुलासा किया है। एसपी सिटी द्वारा की गई जांच में खुलासा हुआ है कि शहर क्षेत्र के कई थानों में होमगार्ड 50 फीसदी फर्जी हाजिरी लगाकर प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपये की चपत लगा रहे हैं। होमगार्ड महानिदेशक ने जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है।
एसएसपी वैभव कृष्ण को शिकायत मिली थी कि जिले में होमगार्ड हाजिरी को लेकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। कई थानों में कुछ होमगार्ड ड्यूटी पर नहीं आते, लेकिन होमगार्ड विभाग के अधिकारी थानों में उनकी उपस्थिति दिखाकर उनका वेतन निकाल लेते हैं। एसएसपी की तरफ से मामले की जांच एसपी सिटी विनीत जायसवाल को सौंपी गई। एसपी सिटी की जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। जांच में सामने आया कि जिले में बड़े स्तर पर होमगार्ड की फर्जी हाजिरी लगाकर करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया।
दो महीने में ही 8 लाख गायब :
जिला पुलिस ने मामले की तह तक जाने के लिए 2019 मई व जून माह में विभिन्न थानों में होमगार्डों की हाजिरी की जांच की गई। जांच में खुलासा हुआ कि इन दो महीनों में ही फर्जी हाजिरी लगाकर आठ लाख रुपये का घोटाला किया गया। जिला पुलिस ने जांच के बाद शासन को पत्र लिखकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की। उनके द्वारा सरकार को पत्र लिखे जाने के बाद होमगार्ड महानिदेशक ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाई है। जिला पुलिस की तरफ से घोटाले में शामिल 7 अधिकारियों के नाम भी शासन को दिए गए हैं।
फर्जी हस्ताक्षर और मुहर से फर्जीवाड़ा
होमगार्ड विभाग के उच्च अधिकारियों की मिलीभगत पर हर थानाक्षेत्र में अधिकारियों ने थाना प्रभारियों के फर्जी हस्ताक्षर और फर्जी मुहर लगाकर घोटाले को अंजाम दिया, जबकि इस बारे में थाना प्रभारियों को कुछ पता नहीं होता था। जो होमगार्ड ड्यूटी पर नहीं आए उनकी फर्जी तरीके से हाजिरी लगा दी गई। फर्जी उपस्थिति के आधार पर होमगार्ड जवानों के खाते में वेतन भेज दिया जाता था। फिर घोटाले में शामिल अधिकारी जवानों से अपना हिस्सा ले लेते थे।
जांच के लिए कमेटी
शासन की तरफ से मामले की जांच के लिए गठित कमेटी में सुनील कुमार एसएसओ लखनऊ मुख्यालय , मिर्जापुर के जिला कमांडेंट शैलेंद्र प्रताप सिंह, बागपत की मंडली कमांडेंट नीता भारती और मेरठ के मंडली कमांडेंट डीडी मौर्या को शामिल किया गया है। यह समिति पिछले चार दिनों से जिले में जांच कर रही है।
एसएसपी वैभव कृष्ण का कहना है कि ”जिले में होमगार्ड की फर्जी हाजिरी लगा वेतन लेने का खेल चल रहा था। एसपी सिटी से करवाई गई जांच में दो महीने में ही 7 से 8 लाख रुपये के घोटाले का खुलासा हुआ है। शासन को पत्र लिखा गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
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