गाज़ियाबाद । दिल्ली से मेरठ तक प्रस्तावित रैपिड रेल कॉरिडोर के काम में तेजी आनी शुरू हो गई है। वसुंधरा में एनसीआरटीसी (नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन) ने आवास विकास परिषद की जमीन पर यार्ड बनाने के बाद ट्रांस हिंडन में रैपिड रेल के कॉरिडोर का निर्माण शुरू कर दिया है। वसुंधरा सेक्टर-दो की ग्रीन बेल्ट पर एनसीआरटीसी ने ये काम शुरू किया है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही ग्रीन बेल्ट पर बेस तैयार कर इसके लिए पिलर बनाए जाएंगे।
गौरतलब है कि दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर का काम गाजियाबाद में शुरू हो चुका है। कॉरिडोर के रूट में कुल 15 स्टेशन होंगे। इसमें से सात गाज़ियाबाद में हैं। यहां साहिबाबाद, गाज़ियाबाद, गुलधर, दुहाई, मुरादनगर, मोदीनगर उत्तर और मोदीनगर दक्षिण स्टेशन शामिल हैं। इसे देखते हुए एनसीआरटीसी ने आवास विकास परिषद की वसुंधरा सेक्टर सात की जमीन पर यार्ड तैयार कर लिया है। इसके साथ ही वसुंधरा सेक्टर-दो ग्रीन बेल्ट पर बैरिकेडिंग कर पिलर तैयार करने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पिलरों का निर्माण शुरू किया जाएगा। साथ ही पिलरों को आपस में जोड़ने और कॉरिडोर का ट्रैक तैयार करने के लिए प्री फैब्रिकेटेड तकनीक से वायाडक्ट लगाई जाएंगी।
32 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट का गाज़ियाबाद को मिलेगा लाभ
रैपिड रेल के इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 32 हजार करोड़ रुपये बताई जा रही है। इसमें करीब 4500 करोड़ रुपये उत्तर प्रदेश सरकार देगी। शेष राशि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से वहन की जाएगी। रैपिड रेल मेट्रो रेल से तीन गुना तेज होगी। ट्रेन की अधिकतम गति 180 किमी प्रति घंटे बताई जा रही है। गाज़ियाबाद में सात स्टेशन बनने के बाद इसका सीधा लाभ यहां के लोगों को मिलेगा। इससे न सिर्फ मेरठ-मोदीनगर बल्कि दिल्ली जाने वाले यात्रियों को भी लाभ मिलेगा।
वसुंधरा में बनना है रैपिड रेल, मेट्रो और रोडवेज बसों का जंक्शन
वसुंधरा लाल बत्ती के पास ही रैपिड रेल, मेट्रो और यूपी रोडवेज का एक संयुक्त जंक्शन बनना है। रैपिड रेल कॉरिडोर के स्टेशन से बाहर निकले बिना यात्री स्काई वॉक के जरिये सीधे मेट्रो स्टेशन और साथ ही रोडवेज के साहिबाबाद डिपो में भी प्रवेश कर सकेंगे। आने वाले समय में यह एनसीआर का सबसे बड़ा जंक्शन बनेगा।
सुधीर कुमार शर्मा (पीआरओ, एनसीआरटीसी) के मुताबिक, रैपिड रेल का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। यार्ड में भी काम जारी है। वसुंधरा में ग्रीन बेल्ट पर पिलरों के लिए जमीन को समतल करने का काम शुरू कर दिया गया है।
दिल्ली से मेरठ पहुंचने में लगेगा एक घंटा समय
पहला चरण: साहिबाबाद से दुहाई 17 किमी
रूट: दिल्ली से मेरठ
कुल दूरी: 82.15 किमी
प्रोजेक्ट डेडलाइन: 2024
लागत: 30274 करोड़ रुपये लगभग
हमारा न्यूज़ चैनल सबस्क्राइब करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Follow us on Facebook http://facebook.com/HamaraGhaziabad
Follow us on Twitter http://twitter.com/HamaraGhaziabad
Discussion about this post