गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में बेसिक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट (BTC) की छात्रा अलीशा की हत्या का सनसनीखेज मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। एक नवंबर को घर से कॉलेज जाने के लिए निकली अलीशा रात भर घर नहीं आई तो परिजनों ने 2 तारीख को पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो एक लड़की का क्षत-विक्षत शव उसी दिन जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर बिरनो थाना के पास झाड़ियों में मिला। इसकी शिनाख्त परिजनों ने गायब अलीशा के रूप में की थी।
लाश की पहचान छिपाने के लिए उसकी अमानवीय तरीके से धारदार हथियार द्वारा हत्या की गई थी।इस हत्या के बाद 3 तारीख को स्थानीय लोगों ने गुस्से में कैंडिल मार्च भी निकाला था। उसके बाद बुधवार 6 तारीख को पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझा ली। परिजनों ने जैसे ही आरोपी का नाम सुना तो आंखें फटी की फटी रह गई क्योंकि मृतका अलीशा के बहनोई ईमाम बख्श को पुलिस ने बतौर कातिल पेश किया, जो पेशे से मदरसे में शिक्षक भी है। उसका नाजायज संबंध उसकी साली अलीशा से था जो हत्या का कारण बना।
जीजा ने की थी साली की नृशंस हत्या
एसपी गाजीपुर डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कत्ल का समान, कपड़े व अन्य साक्ष्यों के साथ उसे पेश किया और बताया कि अलीशा की नृशंस हत्या उसके जीजा ईमाम ने ही 1 नवम्बर को देर शाम की है। उन्होंने मीडिया को बताया कि बीते 1 नवंबर को बिरनो थाना में जिस लड़की का शव मिला था।जांच में सीसीटीवी फुटेज, इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और पूछताछ के जरिए यह पता चला कि अलीशा का बहनोई ईमाम फोन से सुबह 6.35 पर बुला कर ले गया। उसके बाद वह दोनों अंबेडकर नगर की किछौछा शरीफ दरगाह गए थे।
शाम को उधर से लौटते वक्त बिरनो के पास पेशाब करने के बहाने मोटरसाइकिल रोकी और घात लगाकर पहले से ही अपने पिट्ठू बैग में जो धारदार हथियार रखा था, उससे अलीशा के सिर पर प्रहार किया जिससे वह अचेत होकर गिर गई। फिर उसको खींचकर वह झाड़ियों में ले गया और ताबड़तोड़ कई बार करके उसको मौत के घाट उतार दिया। लाश की पहचान छुपाने के लिए उसने साली के जिस्म और चेहरे पर कई वार किए थे जिससे उसकी पहचान न हो सके। उसके बाद बहनोई गाजीपुर चला गया।
खुले विचारों वाली लड़की थी अलीशा, जीजा को यह नहीं था पसंद
ईमाम का पेंट झाड़ियों में खरोंच लगने से फट गया था तो इसने लोअर खरीदा और घर आ गया। जब पुलिस ने जांच शुरू की और साक्ष्य जुटाने शुरू किए तो एक बड़ा अजीब मामला सामने आया कि इस पूरे कत्ल के दौरान अलीशा और उसके बहनोई ही साथ-साथ थे।
जांच में बहनोई ने माना कि इन दोनों के पहले से भी रिश्ते थे और वह अलीशा को सिर्फ अपना बना कर रखना चाहता था। अलीशा खुले विचारों वाली लड़की थी और वह अपने सहपाठी और सहयोगियों से भी बातचीत करती थी जो इसे पसंद नहीं था। इसी कारण शक में साली की बर्बर तरीके से हत्या कर दी।आरोपी बहनोई के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
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