मध्य प्रदेश। एमपी की राजधानी भोपाल में गणेश प्रतिमा के विसर्जन के दौरान हुए हादसे में 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। लेकिन आपको बता दें की मौत का आंकड़ा और बढ़ जाता अगर एक फरिश्ते ने समय पर पहुंचकर 8 लोगों की जिंदगी नहीं बचाई होती।
उस हादसे में 8 लोगों की जान बचाने वाले शख्स का नाम है नितिन बाथम, जो हादसे के समय पास ही किनारे की तरफ खड़े थे। नितिन ने जब अंधेरे में तालाब की गहराई में डूबते लड़कों को देखा तो पास ही खड़े अन्य लोगों को नाव से वहां पहुंचने का बोल कर पानी में छलांग लगा दी। डूबते लड़कों तक पहुंचने में नितिन को कुछ सेकेंड ही लगे। हादसे वाली जगह पहुंचते ही नितिन ने देखा कि जो लड़के पानी मे गिरे उनमें से दो लोग तैरना जानते थे इसलिए उन्हें छोड़ नितिन ने डूबते हुए दूसरे लड़कों की ओर रुख किया।
इसी बीच एक नाव भी पास ही आ गई थी। नितिन ने एक-एक कर 8 लोगों को पानी मे से बाहर खींच कर नाव पर चढ़ाया। नितिन की मानें तो उसके जैसे दो-चार और लोग उस वक्त पानी मे कूदते तो और ज्यादा लड़कों को बचाया जा सकता था। नितिन बाथम ने बताया कि वो छोटे तालाब की गहराई से बखूबी वाकिफ था इसलिए उसे भरोसा था कि वो लोगों को बचा सकता है और उसकी इसी बहादुरी और तुरन्त लिए फैसले ने 8 लड़कों को मौत के मुंह से वापस खींच लिया।
नितिन बाथम की बहादुरी पर बीजेपी प्रवक्ता और भारतीय जनता युवा मोर्चे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल कोठारी ने पीएम मोदी और सीएम कमलनाथ से नितिन बाथम को वीरता पुरस्कार दिए जाने की मांग की है। कोठारी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘भोपाल हादसे में आज 8 लोगों की जान बचाने वाले ये हैं ‘नितिन बाथम’। तुरंत दूसरी नाव से लटककर बाकी लोगों को सहारा देकर मिनटों में बचाया।
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