गाजियाबाद। विकास कार्यों में अनियमितता बरते जाने कि वजह से नगर निगम के जलकल विभाग में तैनात रहे दो इंजीनियर अब विजिलेंस जांच में फंस गए हैं। विकास कार्यों में अनियमितताओं की वजह से इनके खिलाफ शिकायत की गई है। विजिलेंस के पुलिस अधीक्षक ने नगर निगम से दोनों इंजीनियरों से संबंधित कई फाइलें मांगी हैं। अनियमितता के आरोप सही पाए गए तो दोनों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
विजिलेंस एसपी की ओर से जलकल विभाग के अधिशासी अभियंता आनंद त्रिपाठी को पत्र भेजकर फाइलें जल्द से जल्द उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। पत्र के मुताबिक विजिलेंस विभाग ने जलकल विभाग में पूर्व में तैनात रहे अधिशासी अभियंता आरके यादव और अवर अभियंता ईश्वर सिंह का सेवा विवरण निर्धारित प्रारूप पर मांगा है। उन्होंने वार्ड संख्या-66 के प्रताप विहार सेक्टर-11 स्थित जी ब्लाक में रीबोर किए गए नलकूप संबंधी पत्रावली की प्रमाणित फोटो कॉपी मांगी है।
इसके अलावा 15 जनवरी को जारी किए गए कार्यादेश की कॉपी, अगस्त व सितंबर 2014 में मंडलायुक्त की अध्यक्षता में हुई 13वें वित्त आयोग और अवस्थापना निधि की बैठक के कार्यावृत्त की कॉपी भी मांगी गई है। नलकूप रीबोर के बाद भुगतान के आदेश की कॉपी भी उपलब्ध कराने को कहा गया है। विजिलेंस अधिकारियों को दस्तावेज मिलने के बाद जांच आगे बढ़ेगी। दोनों इंजीनियरों के खिलाफ विजिलेंस जांच से पहले पूर्व नगरायुक्त अब्दुल समद, पूर्व अपर नगरायुक्त, पूर्व चीफ इंजीनियर समेत कई अन्य कर्मचारियों के खिलाफ भी अलग-अलग मामलों में विजिलेंस जांच चल रही है।
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