नई दिल्ली : दो महीने पहले की बात है। कलकत्ता में रहकर नौकरी करने वाली कुसुम (परिवर्तित नाम) की मुलाक़ात एक ऐसी महिला से हुई जिसने खुद को दिल्ली की एक सफल व्यवसायी बताया। इस महिला ने कुसुम को व्यापार से जुड़कर जल्द ही अमीर बनने के सपने दिखाए।
कुसुम, एक ग्रेजुएट थी और कलकत्ता की एक निजी फर्म में काम करते हुए अच्छे खासे पैसे कमा रही थी। किन्तु थोड़े ही समय में ज्यादा धन कमाने के लालच में वह एक ऐसे कुचक्र में फंस गई जिसे उसने दिल्ली के कुख्यात जीबी रोड पर बने एक कोठे में धकेल दिया। कुसुम दो महीने के दौरान इतने लोगों द्वारा बलात्कार की शिकार हुई कि वह गिनती ही भूल गई।
जीबी रोड के इस कोठे में हर दिन 20 से 25 लोग पैसों के एवज में कुसुम के शरीर को रौंदते थे। अच्छे भविष्य के लालच में आई कुसुम को अब मानसिक और शारीरिक रूप से इतनी टूट चुकी थी कि उसे चारों ओर अंधेरा ही नज़र आ रहा था। लेकिन सौभाग्य से यहाँ कुसुम की मुलाक़ात बंगाली बोलने वाले अजय (परिवर्तित नाम) नाम के एक ऐसे व्यक्ति से हुई जो आया तो देह का ग्राहक बनकर था, मगर कुसुम के लिए एक देवदूत बन गया। सौभाग्य से अजय बंगाल का ही रहने वाला था। बंगाली बोलने समझने वाले अजय को जब कुसुम ने अपनी दुखभरी कहानी सुनाई तो वह उसकी मदद के लिए तैयार हो गया।
उधर कलकत्ता में अचानक गायब हुई कुसुम के परिवार वालों का बुरा हाल था। कुसुम के भाई ने उसकी खोज में दिन रात एक कर दिया था। तभी अचानक उसे दिल्ली से एक अनजान व्यक्ति ने कॉल किया और बताया कि कुसुम दिल्ली में है। कुसुम के भाई ने पहली फ्लाइट पकड़ी और दिल्ली पहुँच गया। दिल्ली आकर उसे पता चला कि कुसुम देह व्यापार के चंगुल में फंस गई है किन्तु उसे यकीन नहीं हुआ। अजय ने कुसुम के भाई को सलाह दी कि वह ग्राहक बनकर कोठे पर जाकर अपनी तसल्ली कर सकता है। क्योंकि अगर कोठे वालों को यह पता चल गया कि वह कुसुम का भाई है तो वे उसे किसी अन्य कोठे पर शिफ्ट कर देंगे और ऐसे में कुसुम को मुक्त कराना असंभव हो जाएगा।
वह अजय के बताए कोठे पर ग्राहक बनकर गया और उसने वहाँ कुसुम को देखा। इसके बाद अजय कुसुम के भाई को दिल्ली महिला आयोग के दफ्तर में ले गया। बृहस्पतिवार को महिला आयोग के कर्मचारियों ने दिल्ली पुलिस के साथ कोठे पर छापेमारी की और कुसुम को कोठे के नारकीय जीवन से मुक्त कराया। थाना कमला नगर पुलिस द्वारा की गई इस कार्यवाही में कोठे के मैनेजर को गिरफ्तार कर उसपर अपहरण, बलात्कार और कई अन्य धाराओं में मुकदमा कायम किया गया।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के अनुसार दिल्ली के जीबी रोड पर बने वैश्यालयों में बहुत बड़ी संख्या में ऐसी महिलाएं कैद हैं जिन्हें जबरन देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया गया है। इसमें नाबालिग लड़कियों की संख्या भी अच्छी ख़ासी है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वे जीबी रोड पर बने कोठों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करे और वहाँ रह रही महिलाओं के पुनर्वास की व्यवस्था करे।
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